उत्तर कोरिया ने गुरूवार क अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ को परमाणु वार्ता से हटाने की मांग की हैं। इसके बाद पियोंगयांग ने दावा किया कि उन्होंने कुछ हथियारों का परिक्षण किया था। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने माइक पोम्पिओ को लापरवाह और अपरिपक्व करार दिया और बातचीत में उनकी जगह किसी अन्य वार्ताकार को नियुक्त करने की मांग की है।
माइक पोम्पिओ को परमाणु वार्ता दल से हटाए
फरवरी में डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के बीच वार्ता बगैर किसी समझौते के रद्द हो गयी थी। डिपार्टमेंट ऑफ़ अमेरिका अफेयर्स के निदेशक जनरल क्वोन जोंग गुन ने कहा कि “मुझे डर है कि अगर पोम्पिओ इस वार्ता में शामिल होंगे तो एक बार फिर यह मुलाकात बिगड़ जाएगी।”
उन्होंने कहा कि “अगर अमेरिका के साथ हमारी वार्ता बहाल होती है तो मैं दुआ करूँगा कि पोम्पिओ हमारे वार्ता समकक्षी न हो बल्कि कोई ऐसा हो जो हमारे साथ वार्ता में अधिक सचेत और परिपक्व हो।” उत्तर कोरिया पहली बार माइक पोम्पिओ पर प्रहार नहीं कर रहा है। बीते वर्ष जुलाई में जब कोरिया के अधिकारीयों से अमेरिकी राज्य सचिव ने मुलाकत की थी तब भी उत्तर कोरिया ने उनके गैंगस्टर जैसे व्यवहार की आलोचना की थी।
अमेरिका व्यवहार में लाये बदलाव
क्वोन ने कहा कि “नेता किम ने स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका को अपने व्यवहार में बदलाव लाना ही होगा। वार्ता की बहाली के बीच पोम्पिओ खड़े हैं। पोम्पिओ के लापरवाह बयानों के पीछे हम उसके उसके इरादों के बाबत कोई जानकारी नहीं रखते हैं जबकि वह शब्दों को सही से समझने में भी असमर्थ है।”
उन्होंने कहा कि “अमेरिका हमें अपने मौजूदा विचारो से आगे नहीं बढ़ा सकता है। पियोंगयांग की पिछली बैठक में पोम्पिओ ने कई दफा परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए आग्रह किया था लेकिन वापस जाते ही उन्होंने हमारी सरकार के पीठ पर वार करते हुए लापरवाह बयान जारी किये थे।”
अमेरिका और उत्तर कोरिया के बिगड़ते रिश्तो की शुरुआत से ही दोनों सीधे बातचीत के लिए तैयार नहीं होते हैं। हालाँकि दोनों देशों के नेता आपस में अपने सबंधों को बेहतर बताते हैं। गुरूवार को उत्तर कोरिया ने किम जोंग उन के नेतृत्व में एक नए हथियार का परिक्षण किया था।
खबरों के मुताबिक, जिसका भी परिक्षण किया गया हो लेकिन उसकी ध्वनि मिसाइल की तरह ही लगती है लेकिन यह छोटी एंटी-टैंक मिसाइल से लेकर सरफेस टू एयर मिसाइल से रॉकेट तोपों की प्रणाली कुछ भी हो सकती है।
इस हफ्ते की शुरुआत में अमेरिकी निगरानीकर्ता सेंटर फॉर स्ट्रेजेटिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज ने बताया कि उत्तर कोरिया की योंगब्योन साइट में हलचल देखने को मिली है जो मुल्क की सबसे प्रमुख परमाणु परिक्षण स्थल है। उन्होंने बताया कि पियोंयांग ने शायद बम फ्यूल में रेडियोएक्टिव मटेरियल की पुनर्प्रक्रिया को शुरू कर दिया है।