इजराइल के राष्ट्रपति ने बुधवार को औपचारिक तौर पर बेंजामिन नेतन्याहू को अगले प्रधानमंत्री ने नामित कर दिया है। तेल अवीव की नयी सरकार में धार्मिक और राष्ट्रवादी पार्टियों का प्रभुत्व हो सकता है। राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन ने बेंजामिन नेतान्याहू को अगले 42 दिनों में सरकार बनाने वाले गठबंधन का निर्माण करने का आदेश दिया है।
बीते हफ्ते चुनावो के बाद बेंजामिन नेतन्याहू की लिकुड पार्टी और दक्षिण पंथी पार्टियों को अधिक संसदीय सीटे मिली थी। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने आधिकारिक नामांकन को प्रस्तावित किया और इस पर हस्ताक्षर किये थे। राष्ट्रपति रिवलिन ने बेनजमीन नेतन्याहू को दरारो और जख्मो को भरने के लिए कहा था।
नेतन्याहू ने कहा कि “वह पांचवी बार प्रधानमंत्री के नामांकन को स्वीकार करने के लिए आगे बढ़ गए हैं। इजराइल ने मुझे दिया है, मैं उस भरोसे को कमाने के लिए कर चीज कर सकता हूँ।” चुनाव के बाद के रिवाजो के मुतबिक, राष्ट्रपति ने इस हफ्ते सभी पार्टियों के प्रमुखों से मुलाकात की थी इस दौरान सभी दलों ने अपने भावी प्रधानमंत्री के तौर पर विचार जाहिर किये थे।
नेतन्याहू के धार्मिक और राष्ट्रवादी सहयोगी सभी चार बार के पीएम को प्रधानमंत्री को कुर्सी पर देखने की इच्छा रखते हैं। पूर्व रक्षा मंत्री और हॉकिश इस्राएल बेतेनु पार्टी के नेता अविगडोर लिएबेर्मन ने सोमवार को नेतन्याहू को समर्थन देने की आधिकारिक पुष्टि की थी।
आगामी हफ्तों में बेंजामिन नेतन्याहू अपने साझेदारो के साथ गठबंधन समझौते के बाबत चर्चा करेंगे। अगर नेतन्याहू 42 दिनों में गठबंधन बनाने में असमर्थ होते है तो विपक्षी पार्टी ब्लू एंड व्हाइट के नेता बैनी गांट्ज़ को सरकार का गठन करने का मौका दिया जायेगा। हालाँकि यह समभाव होता नहीं दिख रहा है।
प्रधानमंत्री के प्रवक्ता योनातन उलरिच ने कहा कि “हम जल्द से जल्द राइट विंग की सरकार का गठन करेंगे, यह एक में संभव है।” सत्त्ता सँभालने के कुछ माह बाद ही बेंजामिन नेतन्याहू इजराइल के सबसे अधिक समय तक प्रधानमंत्री पद बरक़रार रहने वाले व्यक्ति होंगे। अभी तक इजराइल के संस्थापक मरहूम डेविड बेन गुरिओं ने सबसे अधिक समय तक देश में हुकूमत की है।