राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नें कल शाम राजस्थान में आई बारिश और आंधी के बाद लोगों तक मदद पहुंचाने को कहा है।
उन्होनें कहा, “आज जो मौसम खराब हुआ है, बरसात का मौसम हो गया, मौसम बिगड़ गया उसके कारण से फसल नष्ट हो रही है, तीन-चार दिन से सिलसिला चल रहा है, लगातार खबरें आ रही हैं और मैंने निर्देश दिए हुए हैं कि आप उसकी जल्दी से जल्दी जांच करवाएं ताकि समय पर उनको मुआवजा मिल सके यह मैंने कहा है और मैं चाहूंगा कि सरकार के जो अधिकारी हैं कोड ऑफ कंडक्ट अपनी जगह पर है उसको अपनाते हुए ध्यान रखते हुए सब कार्यवाही करें जिससे कि किसानों के हौसले बढ़ सके उन्हें निराशा की भावना नहीं आई और उन्हें राहत मिल सके।”
आज सुबह प्रभावित हुए लोगों के बारे में गहलोत नें कहा, “कल शाम आंधी-तूफ़ान बारिश और बिजली गिरने से राजस्थान सहित देशभर में बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु बेहद दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है, मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं, ईश्वर उन्हें कठिन समय में सम्बल दें एवं दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करें। सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना है।”
इससे पहले अशोक गहलोत नें कल पत्रकारों से विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की।
नरेन्द्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए गहलोत नें कहा, “हमारे दौरे पहले ही शुरू हो चुके हैं ऑलमोस्ट सभी डिस्ट्रिक्ट में एक-दो जिले छोड़कर हम लोग जा चुके हैं सभी जगह शानदार माहौल है प्रदेश के अंदर और लोगों की भावना है कि डेमोक्रेसी में जो कायदा होता है इश्यू बेस्ड कैम्पेन करने का वह नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि मोदी जी बार-बार डाइवर्ट कर देते हैं चुनाव जीतने के लिए धर्म के नाम पर, जाति के नाम, पर सेना के नाम पर जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। सेना पर पूरे देश को गर्व है, उनके शौर्य, पराक्रम पर, उनके साहस पर उन के त्याग पर, बलिदान पर देश के अंदर 62 का वार हुआ 71 का हुआ हुआ, कारगिल युद्ध हुआ अभी तक आतंकवाद के, नक्सलवाद के शिकार होते हैं। आर्मी, नेवी, एयर फोर्स हो या पैरामिलिट्री फोर्सेस हो उन पर सभी को गर्व है उसका राजनीतिकरण करने का काम अभी तक कभी किसी ने नहीं किया था। इंदिरा जी ने युद्ध में पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए 90 हजार सैनिकों को जनरल, कर्नल के साथ सरेंडर करवा दिया लेकिन कभी भी राजनीति नहीं की गई खालिस्तान नहीं बनने दिया इंदिरा जी ने अपनी जान दे दी। तमाम घटनाएं देश को एक मैसेज देती है कि सेना का काम देश की रक्षा करना है, पाकिस्तान की तरह कभी हमारे यहां सेनाओं का हस्तक्षेप नहीं हुआ वहां राष्ट्रपति प्राइम मिनिस्टर को जेल होती है, भुट्टो को तो फांसी दे दी गयी।”
उन्होनें आगे कहा, “पहली बार मोदी जी और एनडीए गवर्नमेंट के वक्त में जो माहौल बदला है घृणा का नफरत का हिंसा का और टारगेट कर कर के आप इनकम टैक्स सीबीआई और ईडी को उपयोग कर रहे हो चुनाव चलते हुए भी। इलेक्शन कमिशन कहता है कि आप इस प्रकार से कोई कार्यवाही नहीं करोगे एक तरफा पहले हमें पूछो इनकम टैक्स कहीं जाए तो पहले परमिशन लेकर जाए चुनाव आयोग के निर्देश के बावजूद भी अभी तक छापेमारी हो रही है। एआईसीसी के अकाउंटेंट के ऊपर छापा डाल दिया यह डेमोक्रेसी किस दिशा में जा रही है कोई सोच सकता है। तमाम विपक्षी पार्टियां कहती है कि देश में डेमोक्रेसी को खतरा है संविधान को बचाने का समय है देश के सामने खतरे हैं योगी महाराज क्या बोलते हैं मुख्यमंत्री यूपी के आर्मी को मोदी की सेना बताते हैं आप कहां ले जाना चाहते हो देश को हालात ऐसे हो गए हैं जो की चिंता जनक हालात है।
23 तारीख को राहुल गांधी जी आएंगे। दौरे चलते रहेंगे, बाद में भी आएंगे लगातार रहेंगे।”
चुनाव आयोग के बारे में उन्होनें कहा, “अब इलेक्शन कमिशन में मैंने सुना है शेखावत जी को कोई नोटिस जारी किया है मैं समझता हूं किसी भी नेता को इस प्रकार की भाषा काम नहीं लेनी चाहिए चाहे किसी भी पार्टी का क्यों नहीं हो डेमोक्रेसी में संयम, सहनशीलता होना परम आवश्यक होता है, उसी से आदमी कामयाब होता है, डेमोक्रेसी में गुस्से का हिंसा का आक्रोश का कोई स्थान नहीं होता है। डेमोक्रेसी बहुत ही खूबसूरत चीज है जिसको प्यार से मोहब्बत से करते रहो। मेरा मानना है कि इसमें दुश्मनी नहीं होती किसी के साथ आपस के अंदर। डेमोक्रेसी में जनता जनार्दन माई बाप है उससे मैंडेट लेओ आप अपनी बात कह कर के आप की नीतियां क्या है, आप के कार्यक्रम क्या है, सिद्धांत क्या है, आप की उपलब्धियां क्या है और आगे आप क्या करना चाहते हो इसी के इर्द-गिर्द पूरी राजनीति होनी चाहिए। राजनीति में सेवा कर सके विकास के काम कर सके इसलिए आते हैं गुस्से का स्थान नहीं है वह गुस्से में बोल बोल गए शेखावत साहब नहीं बोलते ज्यादा अच्छा होता मेरा मानना है।”
भाजपा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उन्होनें कहा, “धन बल के आधार पर भाजपा का दिमाग जो है सातवें आसमान पर चला गया है क्योंकि इतना धन इकट्ठा हो गया उनके पास में अहम और घमंड के अंदर ही वो राज कर रहे हैं। नोटबंदी के बाद में पता नहीं कितना पैसा इनके पास आ गया है. नोटबंदी तो अपने आप में बहुत बड़ा स्कैम हुआ है कोई कल्पना नहीं कर सकता उनके पास धन की कमी नहीं है अब वह कांग्रेस को बदनाम करने के लिए कुछ भी कह सकते हैं. 5 साल पहले क्या-क्या हुआ, क्या-क्या कहा गया… 2जी स्पेक्ट्रम, कोलगेट 170000 करोड़ का नुकसान हो गया. क्या 5 साल में कोई मुकदमा चले? जो मुकदमे चल रहे थे वह भी सो एंड सो गए कनिमोझी, ए राजा उनको जेल जाना पड़ा वह मुकदमा खत्म कोर्ट के अंदर. आप कल्पना कर सकते हो कि 5 साल पहले जो बदनाम किया गया डॉक्टर मनमोहन सिंह जी जैसी सरकार को जो की पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट थी और षड्यंत्र करके अन्ना हजारे जी को बिठाया गया धरने पर उनके पीछे कौन कौन सी शक्तियां थी वह देश जहां चुका है. लोकपाल को लेकर आंदोलन किए गए जिस को लेकर सरकार बदल गई यूपीए गवर्नमेंट. 5 साल तक मोदी जी ने लोकपाल नहीं बनने दिया अब जाकर बना है लास्ट में जाते-जाते बना है विदाई का समय आ गया है विदाई के टाइम पर लोकपाल लेकर आए हैं. आपका 2G स्पेक्ट्रम आपका कोलगेट वह कहां चले गए? माहौल ऐसा बन गया देश के अंदर सरकार चली गई और उनका हुआ क्या है मोदी जी मीटिंग में क्यों नहीं बोलते हैं मोदी जी को तमाम में सलाह देना चाहूंगा मोदी जी को अमित शाह जी को उनकी पार्टी के नेताओं को जो इश्यू बनाए थे यूपीए गवर्नमेंट के खिलाफ में
कि उस पर बात करें 5 साल के बाद में स्थिति क्या है और मुकदमों की कोलगेट की स्थिति क्या हुई है, 2G की स्थिति क्या हुई है, लोकपाल को लेकर फैसले क्यों नहीं हुए, महंगाई क्यों नहीं कम हुई, काला धन क्यों नहीं ला पाए, नौकरियां क्यों नहीं लगाई लोगों की इतने सारे प्रश्न है जिन पर बहस होनी चाहिए।”
उन्होनें आगे कहा, “उसके बाद जनता फैसला करेगी उससे बचने के लिए डाइवर्ट करने के लिए तमाम राष्ट्र भक्ति की बात करते हैं यह नकली राष्ट्रभक्त हैं, असली राष्ट्रभक्त हम लोग हैं जिनका तिरंगे झंडे का इतिहास शानदार रहा है त्याग का कुर्बानी का बलिदान का रहा है सबके सामने है जेलों में बंद रहे पंडित नेहरू आठ 10 साल तक और भी हमारे नेता रहे बंद तब जाकर के मुल्क आजाद हुआ उन के त्याग को भुला रहे हैं जलियांवाला बाग कांड पर 100 साल हुए परसों मोदी जी क्यों नहीं गए वहां पर मेरे ख्याल से भूल गए होंगे वह कैंपेन में इतने बिजी थे कि भूल ही गए और दोष दे रहे हैं वहां के चीफ मिनिस्टर को कि आपने सरकारी प्रोग्राम अटेंड क्यों नहीं किया, हमारे प्रोग्राम आपने अटेंड क्यों नहीं किए प्रकाश सिंह बादल क्यों नहीं गए उस प्रोग्राम के अंदर जो आप के अलाइंस हैं आप के साथ में अकाली दल के साथ में आप सोच सकते हो कि जिस पार्टी का त्याग, बलिदान और कुर्बानी देश के सामने है आजादी के बाद में भी राजीव गांधी जी की हत्या हो गई देश के लिए इंदिरा गांधी की हत्या हो गई शहीद हो गई वह बांग्ला देश आजाद करवाया खालिस्तान नहीं बनने दिया और इन्होंने अपनी उंगली भी नहीं कटाई है देश के लिए और कहते हैं 70 साल में क्या किया इसलिए जनता सब समझ चुकी है।”
बाबा रामदेव पर उन्होनें कहा, “बाबा रामदेव अब बाबा रामदेव नहीं रहे अब वो इंडस्ट्रियलिस्ट हैं उनको उद्योगपति के रूप में देखना चाहिए देश की जनता को उनका जो उद्योग फला-फूला है वह एनडीए गवर्नमेंट की कृपा से फला फूला है जब इतना कोई आदमी ऑब्लाइज हो जाता है फिर उसकी आवाज में दम नहीं रहता है सच्चाई उसके मुंह पर आ नहीं सकती है अपने निहित स्वार्थ लेकर ही आदमी कमेंट कर सकता है. अब बाबा रामदेव की मजबूरी होगी वह मुझसे भी एक बार मिले थे और मैं समझता हूं कि उनका जो काम था मुख्य रूप से योग सिखाने का उससे लोगों का भला भी होता स्वास्थ्य अच्छा रहता मैं उन को सलाह दूंगा कि कृपा करके आप जो ओरिजिनल काम है उस पर आप लौट आओ और लाखों लोग आते थे उनके इसमें कोई दो राय नहीं है. कैंप अब क्यों नहीं लगते देश के अंदर उनके जवाब दें बाबा रामदेव जी कि आपको क्या हो गया है बड़ी-बड़ी 50 हजार 100000 की भीड़ होती थी पूरे देश में ही पूरी दुनिया को आश्चर्य होता था जो आप की विद्या है आप योग सिखा सकते हो आप में कैपेसिटी है वह लोग आपको ढूंढ रहे हैं आप अब आप नए रूप में आए हो तो लोग आपको याद करते हैं पुराणी वाली भूमिका थी वह ज्यादा अच्छी थी।”