मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने पांच सदस्य समिति के साथ मिलकर सोमवार को आगामी विश्वकप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की घोषणा की। जिसमें भारत के पूर्व ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर ने अपनी राय रखते हुए कहा है कि टीम में कुछ ऐसे नाम को जगह नही दी गई है जिनके बारे में सोचा गया था और टीम में कुछ आश्चर्यचकित कर देने वालो को चहरो को जगह दी गई है।
2011 विश्वकप टीम के ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा अगर चयनकर्ताओं को लगता है कि यह एक अच्छी टीम है तो लोगो को उनका समर्थन करना चाहिए।
गंभीर ने मंगलवार को कहा, ” मेरा मानना है कि ऋषभ पंत को बाहर किये जाने पर बहस नही होनी चाहिए लेकिन अंबाती रायडू को टीम में जगह ना मिलने पर बहस एक चर्चा का विषय होना चाहिए।
गंभीर ने आगे कहा, ” यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि वनडे क्रिकेट में 47 से अधिक औसत वाले खिलाड़ी को टीम में जगह नही दी गई है। वह केवल इस समय 33 साल के है और उन्हें टीम में जगह नही दी गई है। चयन में मेरे लिए सबसे दुखद बात उनका ना होना है।”
कुछ महीने पहले रायडू ने अपने प्रदर्शन से कप्तान विराट कोहली को प्रभावित किया था और लग रहा था कि वही नंबर चार के लिए असली दावेदार होंगे। लेकिन पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई एकदिवसीय सीरीज में उनका प्रदर्शन बहुत बेकार रहा। जिससे वह विश्वकप की टीम में जगह नही बना पाए।
विश्वकप की टीम पर आगे टिप्पणी करते हुए गौतम गंभीर ने कहा की हमारे पास इस बार 2011 विश्वकप से अच्छी गेंदबाजी वाली टीम है।
उन्होने आगे कहा, ” हमारे पास धोनी जैसा अनुभव है, जो इस बार अपना चौथा विश्वप खेलेंगे। हमारे पास एक्स-फेक्टर में हार्दिक पांड्या है, लेकिन इस बार हमारे पास 2011 से बेहतर गेंदबाजी अतिक्रमण है।”
” हमारे पास जसप्रीत बुमराह जैसे तेज गेंदबाज है जो वनडे क्रिकेट में इस समय सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज है इसलिए मुझे लगता है कि हमारे पास 2011 से बेहतर गेंदबाजी अतिक्रमण है। लेकिन अब बात बल्लेबाज पर रह जाती है जिन्हे बोर्ड पर रन बनाने होंगे।”