वेनेजुएला के उपराष्ट्रपति डेलस्य रोड्रिगुएज ने सोमवार को दावा किया कि “अमेरिका, ब्राज़ील और कोलम्बिया देश में सैन्य हस्तक्षेप की तैयारियां कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इन देशों द्वारा आपराधिक योजना की तरफ ध्यान आकर्षित करने का आग्रह किया है।”
अमेरिका की योजना
उपराष्ट्रपति ने कहा कि “समस्त विश्व में वैधता का संरक्षण करने वाले अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और उसके संस्थानों को वेनेजुएला में सैन्य हमले की आपराधिक योजना की जानकारी होनी चाहिए। अमेरिका, ब्राज़ील और कोलंबिया हमारे मुल्क की जनता की इच्छा को नज़रअंदाज़ और सैन्य हस्तक्षेप को लांच कर रहे हैं।”
ब्राज़ील के राष्ट्रपति जैर बोल्सोनारो ने इन रिपोर्ट्स का खंडन किया है और कहा कि “वेनेजुएला के आंतरिक मसलो में दखलंदाज़ी की मंशा ब्राज़ील नहीं रखता है। साथ ही उन्होंने चेताया कि वेनेजुएला में किसी भी प्रकार की दखलंदाज़ी गुरिल्ला जंग को भड़का सकती है।”
वेनेजुएला के बिगड़ते हालात
वेनेजुएला में आर्थिक और राजनीतिक संकट बरक़रार है और वहां के हालात जल और दवाइयों की कमी के कारण बिगड़ते जा रहे हैं। राष्ट्रीय संसद के नेता जुआन गाइडो ने खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था और उन्हें 50 से अधिक पश्चिमी राष्ट्रों का सहयोग है।
कई देशों ने राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को इस्तीफा देना और नए सिरे से चुनाव आयोजित करने की मांग की है। हालाँकि राष्ट्रपति अभी भी सत्ता पर बरक़रार है और सैन्य समर्थन का बखूबी अपने विरोधियों के खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं। अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटे और जापान ने विपक्षी नेता को अंतरिम राष्ट्रपति के तौर पर मान्यता दे दी है लेकिन रूस और चीन मादुरो का समर्थन कर रहे हैं।
रूस और चीन ने वेनेजुएला के आंतरिक मामलो में अंतर्राष्ट्रीय दखलंदाज़ी की निंदा की है। हाल ही में रूस और चीन की सेना की तैनाती वेनेजुएला में की गयी है। वेनुजुएला आधुनिक दौर के सबसे बड़े आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। यह महंगाई ने रिकॉर्ड तोड़ एक करोड़ फीसदी उछाल मारी है।