कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का मानना है कि आगामी लोकसभा चुनावों के बाद बीजेपी फिर से कर्नाटक की सरकार को गिराने के लिए ‘ऑपरेशन कमल’ शुरू कर सकती है, लेकिन वह इसमें सफल नहीं होगी।
सिद्धारमैया नें सोमवार को इसके बारे में कहा कि कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन को कोई खतरा नहीं है और सभी विधायक इससे जुड़े हुए हैं।
उन्होनें आगे कहा कि ऑपरेशन कमल इस कारण भी सफल नहीं होगा क्योंकि बीजेपी फिर से केंद्र में नहीं आ रही है।
जाहिर है बीजेपी नें ऑपरेशन कमल को पहले बार 2008 में चलाया था जब तबकी येद्दयुरप्पा सरकार को संतुलित बनाने के लिए विपक्षी पार्टियों के विधायकों को अपनी पार्टी में लिया गया था। पिछले साल जब कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की सरकार बनी, उसके बाद भी ऐसा कहा जा रहा था कि बीजेपी सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है।
आपको बता दें कि कर्नाटक में इस समय कांग्रेस और जेडीएस के 117 विधायक हैं, जबकि बीजेपी के 104 विधायक हैं।
केंद्र में आगामी सरकार के बारे में उन्होनें कहा, “बीजेपी केंद्र में सरकार नहीं बना सकती है क्योंकि यह बिहार और उत्तर प्रदेश में 2014 की तरह प्रदर्शन नहीं करेगी। 2014 में बीजेपी नें बिहार और उत्तर प्रदेश की कुल 120 सीटों में से 102 सीटें जीती थी। क्या यह फिर से मुमकिन है? ऐसे में आप कैसे कह सकते हो कि बीजेपी फिर से सत्ता में आएगी”
सिद्धारमैया नें आगे कहा कि इन दोनों राज्यों में बीजेपी को कम से कम 50 फीसदी सीटों का नुकसान होगा।
उन्होनें आगे कहा, “गुजरात में बीजेपी नें सभी 26 सीटें जीती थी। क्या आपको लगता है कि इसबार यह मुमकिन है? मोदी लहर कहाँ है?”
कर्नाटक में दुसरे और तीसरे चरण के अंतर्गत 18 और 23 अप्रैल को वोट डाले जायेंगे।