Thu. Nov 14th, 2024
    मनीष सिसोदिया

    आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में अब भी गठबंधन करने को तैयार हैं, लेकिन यह सिर्फ राष्ट्रीय राजधानी में गठबंधन पर सहमति नही होगी।

    उन्होंने कहा आम आदमी पार्टी की प्राथमिकता नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी को रोकना हैं, जोकि देश के लिए बहुत खतरनाक साबित हो रही हैं।

    हम भाजपा के खिलाफ एकजुट विपक्ष बनाना चाहते हैं और हमारे मतभेदों को नजरअंदाज करने को तैयार हैं क्योकि अभी प्राथमिकता नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी को रोकना हैं।

    उन्होंने कहा,  पिछले एक हफ्ते में आप और कांग्रेस पार्टी के बीच बैठके हुई और हमने दिल्ली, गोवा, चंड़ीगढ़, हरियाणा और पंजाब की 33 सीटों का प्रस्ताव रखा, जिसमें से 23 सीटे एनडीए के पास हैं।

    उन्होंने कहा, दोनों दलों के बीच गठबंधन से 23 सीटों पर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को नुकसान हो सकता हैं।

    उन्होंने कहा, लेकिन कांग्रेस ने गठबंधन पर फैसला लेने के लिए जानबूझ कर समय बर्बाद किया हैं और अब यह कहती हैं कि दिल्ली में केवल आप के साथ गठबंधन कर सकती हैं। अकेले दिल्ली में गठबंधन करने से समस्या का समाधान नही होगा।

    सिसोदिया ने कहा, हम अभी भी कह रहे हैं कि हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ में कांग्रेस के साथ गठबंधन बन सकता हैं,  अगर वह तैयार हैं, तो हम भी तैयार हैं। लेकिन गठबंधन अकेले दिल्ली में नही किया जा सकता।

    आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर अनिश्चितता कई हफ्तों से बरकरार हैं। दिल्ली और हरियाणा में सीट बंटवारे को लेकर समझौते में विफल होने पर दोनों पक्षों के बीच बातचीत पटरी से उतर गई।

    दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी पी सी चाको ने कहा दिल्ली में कांग्रेस अकेले लड़ेगी क्योकि आप ने अव्यवहारिक रुख अपनाया हुआ हैं। उन्होंने कहा , हम अभी भी तैयार हैं अगर आप अकेले दिल्ली में गठबंधन के लिए राज़ी है तो। हम मिलकर भाजपा के खिलाफ लड़ना चाहते हैं।

    चाकों ने पत्रकारों से कहा, हम अपने दम पर जाने को मजबूर हैं क्योकि आप अपने स्टैंड पर वापस जा रहा हैं। आप राज्यसभा सांसद संजय सिंह, जिन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन पर बातचीत कर रहे थे, कहा हरियाणा में भाजपा को रोकने की हमारी ईमानदारी इस बात से साबित होती हैं कि हम चार महीने पुरानी पार्टी के जूनियर पार्टनर बन गए और राज्य की आधी से भी कम सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमत हो गए।

    संजय सिंह ने कहा, आप हरियाणा में कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए उत्सुक थी ताकि सभी पर भाजपा को हराया जा सके। इस लिए हम कांग्रेस को दिल्ली में 3 सीटे देने को तैयार थे। लेकिन उन्होंने गठबंधन करने से इनकार कर दिया। संजय ने विश्वास जताया कि आप दिल्ली में सभी सातों लोकसभा सीटों पर जीतेगी।

    सूत्रों के अनुसार, आप ने आखरी कोशिश ने कांग्रेस को दिल्ली में 5-2 सीट साझा करने का फॉर्मूले की पेशकश की। इससे पहले आप कांग्रेस को दिल्ली में 3 सीट देने के लिए तैयार थी लेकिन वह अब सिर्फ दो सीट देने पर विचार कर रही हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *