Sat. Nov 23rd, 2024
    Amit-shah

    भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में आयोजित एक रैली में कहा कि भाजपा सत्ता में वापिस आने पर जम्मू- कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले धारा 370 को हटा देगी और देश भर में नागरिकों के लिए राष्ट्रीय नागरिक पंजी लाएगी।

    पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के द्वारा बालाकोट हवाई हमले पर सवाल उठाने के लिए आलोचना करते हुए शाह ने कहा कि यह सिर्फ अल्पसंख्यकों को संतुष्ट करने के लिए हैं। शाह ने उनसे कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री की मांग पर अपना रुख स्पष्ट करने को भी कहा, जैसे की उनके सहयोगी नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्बदुला चाहते हैं।

    दर्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र मे कलिम्पोंग से उम्मीदवार राजू सिंह बिष्ट के लिए प्रचार करते हुए, एक चुनावी रैली में अमित शाह ने कहा कि हम केंद्र में अगली भाजपा सरकार बनाने के बाद कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटा देंगे। उन्होंने ममता बनर्जी पर राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) पर लोगों को भ्रमित करने का भी आरोप लगाया। ममता ने असम में लागू एनआरसी का सख्ती से विरोध किया था।

    उन्होंने कहा कि एनआरसी को देश भर में लाने की हमारी प्रतिबद्धता हैं कि हम प्रत्येक घुसपैठियों को मार सके। ममता के विपरीत, हम घुसपैठियों को अपना वोट बैंक नही मानते। हमारे लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोच्च हैं। हम प्रत्येक हिंदू और बौद्ध शरणार्थी को सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें इस देश की नागरिकता मिले।

    ममता लगातार दावा करती रही थी कि एनसीआर भारतीय नागरिकों भी शरणार्थी बना देगा। एनआरसी उस समय विवादों  में घिर गया, जब पिछले साल जारी किए गए पूर्ण मसौदे से असम में दशकों से रह रहे 40 लाख लोगों के नाम गायब थे।

    शाह ने आरोप लगाया कि टीएमसी तुष्टीकरण, माफिया और चिट फंड के लिए खड़ा था। उन्होंने कहा अवैध प्रवासी दीमक की तरह हमारे खाद्यान्न को खा रहा हैं, जिन्हें गरीबों के पास जाना चाहिए। वह हमारी नौकरियां छीन रहे हैं।

    उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की भारतीय वायु सेना के पाकिस्तान के बालाकोट में किए गए हवाई हमले की सत्यता पर सवाल पर सवाल उठाने की भी आलोचना की। शाह ने कहा कि आईएएफ के हमले से दो जगह मातम था एक पाकिस्तान में दूसरा ममता के कार्यलय में।

    अमित शाह ने राज्य में 42 में से 23 सीटों पर जीत दर्ज करने का लक्ष्य रखा हैं। 2014 चुनाव में यहां भाजपा केवल दो सीटे जीत पाई थी।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *