मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम ने शहर के युवाओं के लिए घोषणापत्र जारी करके अभिनेत्री से नेता बनी उर्मिला मातोंडकर और हार्दिक पटेल के साथ लोकसभा चुनाव के प्रचार की शुरुआत करी।
हार्दिक पटेल, कांग्रेस में शामिल होने से पहले गुजरात में पाटीदार आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे, उन्होंने पीएम मोदी पर तीखे हमले भी बोले। पटेल ने कहा पिछले पांच सालों में भाजपा सरकार ने कांग्रेस की विरासत और नेहरू के साथ दुर्व्यवहार किया। लेकिन वह भूल जाते है कि जब कांग्रेस स्वतंत्रता की लड़ाई कर रही थी तब वह अंग्रेजों के साथ थे। यह पार्टी वल्लभभाई पटेल, सुभाष चंद्रबोस और महात्मा गांधी की हैं।
उन्होंने कहा पीएम मोदी को चुनना एक गलती थी। हमने एक गुजराती को दिल्ली यह सोच के भेजा था कि वह पूरे देश का ख्याल रखेगा, और अब हमारी जिम्मेदारी हैं उनको वापस भेजने की। मैं नरेंद्र मोदी या अमित शाह के गुजरात से नही हूं, मैं सरदार पटेल और महात्मा गांधी के गुजरात से हूं।
पाटीदार नेता ने दावा किया कि कांग्रेस इस बार के चुनावों में जरूर जीतेगी क्योकि पार्टी के हजारों मूक समर्थक हैं। जब लोग मुझ से पुछते हैं की चुनाव के नतीजे क्या होंगे तब मैं कहता हूं कि यह भाजपा हो सकती हैं क्योकि वह काफी पैसा खर्च कर रही हैं। उन्होंने असहमति जतायी और कहा कि मैं गलत था। उन्होने कहा की कई ऐसे लोग हैं जो बिना बोले कांग्रेस का समर्थन करते हैं।
पटेल ने कहा कि राहुल गांधी उन लोगों में से नही थे जो अपने परिवार की कुर्बानियों का हवाला देकर वोट मांग ते हैं। लेकिन मोदी को देखिए। वह कहते हैं कि मैं चौकीदार हूं, इसलिए मुझे वोट दो। मैं चाय बेंचता था, इसलिए मुझे वोट दो। वह कहते हैं मुझे वोट दो, लेकिन मैं तुम्हारे लिए कुछ नही करूंगा।
संजय निरुपम ने अपने संबोधन में कहा की युवा मोदी के खिलाफ हो रहे हैं। कभी कभी उनकी सरकार उन्हे टुकडे टुकडे गिरोह कहती हैं, तो कभी उनको परेशान करती हैं। आज किसान और मजदूरों के साथ युवा भी पीड़ित हैं।
मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि पिछले पांच सालों में केंद्र द्वारा शुरू की गई पहल एक चश्मदीद से ज्यदा कुछ नही। उदाहरण, के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत दिया गया 90 प्रतिशत लोन केवल 11000 रुपय तक आता हैे। इतनी कम रकम से एक युवा कैसे व्यवसाय शुरू कर सकता हैं। पीएम मोदी के द्वारा की गई नोटबंदी से कई छोटे व्यवसाय बंद हो गए।
निरुपम ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पास काफी अच्छे विकल्प हैं।
अगर अपके पास नौकरी नही हैं तो राहुल गांधी आपको नौकरी देने का भरोसा देते हैं। कांग्रेस ने अपने घोषणपत्र में कहा हैं कि वह केंद्र में 22 लाख रिक्तियां भरेगें।