तुर्की के राष्ट्रपति तैयब इरदुगान ने सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मास्को में मुलाकात की थी, इस यात्रा के दौरान एर्दोगन ने कहा था कि यह यात्रा सीरिया में तुर्की की सेना की मौजूदगी के बाबत रुसी राष्ट्रपति से चर्चा के लिए हैं। सहयोग का अगला भाग यह है कि हम आतंकी समूहों के खिलाफ संयुक्त लड़ाई जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि “हमारे द्वारा लिए जा चुके कदम भी चिंताजनक विषय है और हम इसे सीरिया की दिशा की तरफ ले जायेंगे। इस्तांबुल के दो शीर्ष उम्मीदवारों के बीच मतों का अंतर बेहद कम था हमारी पार्टी ने पूर्वनियोजित अपराधी कही जाने वाली पार्टी से निपटने का पूर्ण प्रयास किया था।
बीते हफ्ते के परिणाम के अनुसार तुर्की की प्रमुख विपक्षी पार्टी रिपब्लिकन पीपल्स पार्टी ने 31 मार्च को आयोजित नगरपालिका के चुनावो में मतों के बहुत कम अंतर से जीत हासिल की थी।
हाल ही में तुर्की ने रूस से एस-400 एंटी एयर मिसाइल सिस्टम ख़रीदा था और इसके बाद अमेरिका ने तुर्की को एफ-35 जॉइंट स्ट्राइक फाइटर प्रोग्राम से दूर रखा था। वांशिगटन ने अंकारा को एमआईएम-104 पेट्रियट मिसाइल सिस्टम खरीदने का प्रस्ताव दिया था जिसे तुर्की ने नकार दिया था।
तुर्की के उप राष्ट्रपति फुआत ओक्टाय ने माइक पोम्पिओ पर भड़कते हुए कहा कि “अमेरिका को एक का चयन करना होगा, या तो हमारा सहयोगी बनकर रहे या फिर हमारी दोस्ती को जोखिम में डालकर आतंकियों की सेना को ज्वाइन कर ले।”