राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा के नेतृत्व पर निशाना लगाते हुए उनके राजस्थान में उम्मीदवारी के चयन पर कहा कि सभी चारों केंद्रीय मंत्री लोकसभा चुनाव में एक ही राज्य में उम्मीदवार के रूप में खड़े हैं। जोकि उनका कमजोर स्थिति हैं जैसे की लोग उन से न खुश हैं। गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पहली बार सांसद बने और लोग उनसे पांच सालों में दुखी हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले कंद्रीय मंत्रियों की संभावनाए खराब हैं। एक मंत्री सीआर चौधरी का टिकट गिरा दिया गया हैं, जबकि बाकी मंत्रियों की स्थिति काफी कमजोर हैं। उन्होंने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों के बीच में उनके लिए नाराजगी हैं।
During jansabha in #Barmer in support of Congress candidate Manvendra Singh ji.. #Rajasthan..#LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/y5FY6zX96a
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 8, 2019
गहलोत ने कहा कि जो पहली बार चुनाव जीते उनकों मंत्री बना दिया गया जबकि चार बार सांसद रहे दुशंयत सिंह जोकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे थे उनको एक भी मौका नही दिया गया। यह ही कारण हैं कि भाजपा के चुनाव हारने जा रही हैं।
गहलोत बाड़मेर में भाजपा के पूर्व नेता मानवेंद्र सिंह के समर्थन में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। जिन्होंने राजे के साथ 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हराया था।
गहलोत ने भाजपा और उनके नेताओं पर हमला करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने प्रतिशोध के तरीके से सरकार चलाई और मारवार क्षेत्र को नजरांदज किया क्योकि वह उस क्षेत्र से थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि वह वसुंधरा ही थी जिन्होंने 2014 लोकसभा चुनाव में जासवंत सिंह का टिकट गिरवाया था और भाजपा और कांग्रेस के नेताओं से कहा, कि जासंवत से सुनिश्चत करों की वह स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़के हारोगे।
राजे ने प्रतिशोध की राजनीति की हैं लेकिन लोकतंत्र में यह ज्यदा लंबी नही चलती।
बाड़मेर में बैठी भाजपा एमपी सोनरम चौधरी जिनको पार्टी के द्वारा इस बार टिकट नही दिया गया पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहां कि सोनरम चौधरी ने कांग्रेस ने 15 साल तक ख्याल रखा और वह कांग्रेस की टिकट एमपी बने और फिर एमएलए लेकिन वह 2014 के चुनाव के समय भाजपा मे शामिल हो गए थे।
कांग्रेस प्रत्याशी श्री रतन देवासी के समर्थन में जनसभा में अशोक गहलोत नें आगे कहा, “जो रैला यहां पर दिख रहा है, जो उत्साह दिख रहा है,शानदार है। आज यहां आकर आपने जालोर-सिरोही को ही नहीं पूरे मारवाड़ को सन्देश दिया है कि जोधपुर, बाड़मेर,जालोर, नागौर,पाली सब सीटे कांग्रेस जीतने जा रही है, उसके लिए आपको बधाई।”
उन्होनें आगे कहा, “राजस्थान में 25 सीटों का टारगेट लेकर के हम चल रहे है, जहां जा रहे है वहां माहौल ऐसा ही शानदार दिख रहा है, इसके मायने है, जनता समझ चुकी है मोदीजी के झूठे वादों को, झूठे जुमलों को, झूठे आश्वासनों को।”
भाजपा के घोषणापत्र पर अशोक गहलोत नें कहा कि पिछले पांच सालों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार भी मीडिया के सामने नहीं आये हैं।
उन्होनें कहा कि आज भी जब वे घोषणापत्र पढ़ रहे थे, तब उनके पास मौका था कि वे प्रेस के सवाल ले लें, लेकिन उन्होनें मीडियाकर्मियों से कोई सवाल नहीं किया।
गहलोत नें आगे कहा कि मीडिया से इतना बैर किसी भी लोकतान्त्रिक देश के लिए ठीक नहीं है।
कांग्रेस के घोषणापत्र से बीजेपी के घोषणापत्र की तुलना करते हुए गहलोत नें कहा कि जहाँ कांग्रेस का घोषणापत्र इस देश की जनता की ओर केन्द्रित है, वहीँ बीजेपी का घोषणापत्र सिर्फ नरेन्द्र मोदी के बारे में है।
उन्होनें कहा कि बीजेपी सिर्फ मोदी को वापस सत्ता में वापस लाना चाहती है और मोदी के शासन काल को आजीवन काल तक बढ़ाना उनका सपना है। उन्होनें कहा मोदी के अलावा सब कुछ घोषणापत्र में झूंठ है।