इजराइल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कहा कि अगर वह मंगलवार को आयोजित चुनावो में जीत हासिल करते हैं तो वह अधिकृत वेस्ट बैंक को शामिल करने का बंदोबस्त कर देंगे।
रायटर्स के मुताबिक प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि “मैं इजराइल की सम्प्रभुता का विस्तार करने जा रहा हूँ और मैं बस्तियों या अलग बने रिहायशी क्षेत्रों में फर्क नहीं करूँगा। मेरे विचार से यह सभी बस्तियां इजराइल का भाग है। मैं इसकी सम्प्रभुता फिलिस्तान के हवाले नहीं करूँगा, मैं इन सभी का ख्याल रखूँगा।”
प्रधानमंत्री का बयान
नेतन्याहू ने इजराइल में चुनावों से तीन दिवस दूर यह बयान जारी किया है। उनके कुछ अधिकारियो के मुताबिक, अमेरिका द्वारा बीते माह गोलन हाइट्स को इजराइल के क्षेत्र के तौर पर मान्यता देकर, वेस्ट बैंक पर दावा करने के नेतन्याहू के इरादों को हवा दी है। बेंजामिन नेतन्याहू को यकीन है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प वेस्ट बैंक की यहूदी बस्तियों और कुछ क्षेत्रों में इजराइल के कानून के कानून का विस्तार करने में उनका समर्थन और वैधता देंगे।
हालाँकि नेतन्याहू ने ट्रम्प से स्पष्ट कहा है कि “वेस्ट बैंक के मसले में वह किसी भी व्यक्ति की दखलंदाज़ी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। तुर्की ने बेंजामिन नेतन्याहू के बयान पर आलोचनात्मक प्रतिक्रिया जाहिर की और कहा कि यह गैर जिम्मेदाराना रवैया है।
तुर्की की आलोचना
तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू ने ट्वीट किया कि “प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का इजराइल के चुनावो से पूर्व मतों को हासिल करने के लिए दिए गए गैर जिम्मेदाराना बयान तथ्यों को न ही बदल सकता है और न ही बदलेगा।”
West Bank is Palestinian territory occupied by Israel in violation of int’l law. Prime Minister Netanyahu’s irresponsible statement to seek votes just before the Israeli general elections cannot and will not change this fact.
— Mevlüt Çavuşoğlu (@MevlutCavusoglu) April 7, 2019
वेस्ट बैंक एक विवादित क्षेत्र है। इजराइल और फिलिस्तीन इस क्षेत्र पर बराबरी का दावा करते है। वेस्ट बैंक की बस्तियों में 400000 से अधिक यहूदी रहते हैं। इसके आलावा 200000 से अधिक पूर्वी येरुशलम में रहते हैं जो इजराइल ने साल 1967 की जंग के बाद हथिया लिया था।