दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी और आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर से आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन की सम्भावनाओं को तेज कर दिया हैं। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, हारुन यृसुफ और राज्य प्रभारी पी सी चको को आज पार्टी के स्टेट ऑफिस गठबंधन की सम्भावनाओं पर चर्चा के लिए बुलवाया हैं। कांग्रेस आप से केवल दिल्ली से ही गठबंधन करना चाहती हैं लेकिन आप हरियाणा और पंजाब में भी कांग्रेस के साथ गठजोड़ चाहती हैं इसलिए कोई भी नतिजा नही निकल रहा हैं।
हांलाकि खबर के अनुसार कांग्रेस ने आश्वासन दिया हैं कि वह अपने घोषणापत्र में संशोधन करेगी और दिल्ली के पूर्ण राज्य की मांग को शामिल करेगी, जिस मुद्दें पर केजरिवाल काफी लंबे समय से लड़ रहे हैं।
चाको ने कहा कि गठबंधन के मुद्दे पर कोई चर्चा नही होने जा रही हैं। इस से पहले राहुल द्वारा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दो बार बुलावा भेजा गया। हमने पार्टी प्रमुख पर फैसला छोड़ दिया हैं। जो भी निर्णय वह लेगे हम उस पर काम करेंगे।
लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री कॅप्टन अमरिंदर सिंह के आप की विचारधारा का खुलेआम विरुध पंजाब में गठबंधन की सम्भावनाओं को कम करता नजर आ रहा हैं। हांलाकि भारतीय जनता पार्टी को हराने के इरादे से दोनों ही पार्टियां एक दूसरे के बीच के तल्खियां कम कर एक साथ आने पर काम कर रही हैं।
हांलाकि, कांग्रेस भारत की सबसे पूरानी पार्टी हैं, और आप ने कुछ ही समय पहले देश की राजनीति में अपने 7 साल से भी कम अनुभव के साथ कदम रखा हैं। हांलाकि आप संस्थापक एव दिल्ली के मुख्यमंत्री ने हाल ही में कांग्रेस पर उसके 15 साल के शासनकाल में दिल्ली में फैली गरीबी के लिए हमला करते हुए कहा था कांग्रेस उचित रणनीति और ढांचे की कमी के कारण आप के सामने एक गहरी खाई खोद गई है।
दिल्ली में 12 मई को छठे चरण का चुनाव सात लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में होने जा रहा हैं। जिसके बाद 23 मई को वोटों की गिनती की जाएगी।