अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने उम्मीद जताई आगामी महीनों में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और डोनाल्ड ट्रम्प की मुलाकात होगी और पियोंगयांग के परमाणु कार्यक्रम के अंत की सार्थक दिशा में वह अग्रसर होंगे। सोमवार को ब्रॉडकास्ट इंटरव्यू में अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि “तीसरे अमेरिका-उत्तर कोरिया सम्मलेन की सटीक तारीख जानना बेहद चुनौतीपूर्ण है। जितनी जल्द हो सके इस समस्या का समाधान ही अमेरिका के हित में हैं।”
जल्द दोनों नेताओं की मुलाकात होगी
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक माइक पोम्पिओ ने रेडियो स्टेशन डब्ल्यूएचपी 580 के माध्यम से कहा कि “मैं उम्मीद कर रहा हूँ कि आगामी महीनों में दोनों नेता दोबारा साथ होंगे ताकि हम परमाणु निरस्त्रीकरण की राह की तरफ एक बड़ा या एक मौलिक कदम उठा सके। इसके बाद उत्तर कोरियाई द्वीप पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण होगा, जैसा डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था। उत्तर कोरिया की जनता का उज्जवल भविष्य होगा। यह वक्त कौन सा होगा यह जानना थोड़ा मुश्किल है।”
डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन की जून 2018 में पहली मुलाकात हुई थी। साल 1950-53 तक कभी न खत्म हुई आधिकारिक जंग के बाद यह पहली मुलाकात थी। वियतनाम की राजधानी हनोई में दोनों नेताओं के बीच दूसरा शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ, लेकिन बगैर की समझौते के यह सम्मेलन खत्म हो गया।
अमेरिका ने प्रतिबन्ध हटाने की बात को नकारा
डोनाल्ड ट्रम्प ने बिना परमाणु निरस्त्रीकरण के प्रतिबंधों को हटाने की गुजारिश को रद्द कर दिया था। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि किम जोंग उन के साथ उनके सम्बन्ध बेहद अच्छे हैं। हालाँकि जब तक उत्तर कोरिया परमाणु निरस्त्रीकरण की तरफ सार्तक कदम नहीं उठाता, अमेरिका प्रतिबंधों को नहीं हटा सकता है।
हाल ही में डोनाल्ड ट्रम्प ने पियोंगयांग पर अतिरिक्त प्रतिबंधों को लागू करने के आदेश को वापस ले लिया था।