कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस बार के लोकसभा चुनाव में दों सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। राहुल गांधी अपनी तय सीट अमेठी से तो चुनाव लडेंगे ही साथ ही साथ दक्षिण भारत के वायनाड से भी इस बार चुनाव में खड़े होंगे। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि “राहुल को अपने ही चुनाव क्षेत्र में असुरक्षा, असहायता और असुविधा महसुस हो रही हैं इसलिए वह अमेठी के साथ वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं”। राय बरेली सोनिया गांधी का चुनावी क्षेत्र हैं जबकि अमेठी राहुल का परंपरागत सीट हैं।
In addition to Amethi, UP, Congress President @RahulGandhi will also be contesting from Wayanad, Kerala, for the Lok Sabha 2019 elections.
— Congress (@INCIndia) March 31, 2019
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल को समझ आ गया कि उनकी नैय्या डुबने वाली हैं इसलिए उन्होंने वायनाड का सहारा ले लिया जहाँ 49.48 प्रतिशत आबादी हिंदु और बाकी अल्पसंख्यक हैं। उन्होने कहा कि गांधी ने कभी भी अपने आपको हिंदु की तरह पेश नही किया मगर अब वह मंदिरो में जा रहे हैं अपने गोत्र की माला जप रहे है।
वही नरेंद्र मोदी की ओर ईशारा करते हुए रविशंकर ने कहा कि मोदी 2014 में गांधी नगर और वाराणसी से लडे थे क्योकि 12 वर्षो से गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी को वहा की जनता द्वारा मांग किये जाने पर खड़ा किया गया।
वही कांग्रेस प्रवक्ता संदीप सुर्जेवाला ने कहा राहुल गांधी वायनाड से इसलिए लड़ रहे हैं ताकि वह दक्षिण भारत की संस्कृति को बचा सके। इस पर बीजेपी के नेता ने कहा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता होने के नाते यह कहना बहुत बेकार मजाक हैं।
अगर कांग्रेस दक्षिण भारत की संस्कृति की रक्षा की बात करती हैं तो आप बताए कि सबरीमाला मुद्दे पर क्या कदम उठाए गये। हम जानते हैं कि लेफ्ट इस मुद्दे पर कहा खड़ी हैं और हमारी राए जनता जानती हैं। सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 वर्ष की सभी महिलाओं का प्रवेश प्रतिबंधित था। पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर को फैसला किया कि सभी महिलाओं का मंदिर में प्रवेश हो सकेगा।
रविशंकर ने बिहार के महागठबंधन पर भी कहा कि यूपी और पश्चिम बंगाल में कोई भी गठबंधन नही हैं और बिहार में भी कब तक रहेगा उन्हें नही पता। बिहार में महागठबंधन में आरजेडी कांग्रेस और अन्य दल शामिल हैं।