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    शनिवार को एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बयान दिया की अप्रैल माह में किसान स्कीम के तहत करीब 4.74 करोड़ छोटे और मध्यमवर्ग किसानों को दूसरी क़िस्त अदा की जायेगी। यह चुनावों के मोडल ऑफ़ कंडक्ट के अनुसार किया जा रहा है।

    अधिकारी का पूरा बयान :

    इकनोमिक टाइम्स के मुताबिक वरिष्ठ अधिकारी ने आगे बताया की भारतीय निर्वाचन आयोग ने केंद्रीय कृषि मंत्रालय को 10 मार्च से पहले योजना के तहत पंजीकृत उन सभी लाभार्थियों को भुगतान के पहले और दूसरे किश्त को स्थानांतरित करने की अनुमति दी है। अतः किसानों को अगले महीने इसकी अदायगी की जायेगी।

    उन्होंने यह भी बताया की इस योजना के अंतर्गत करीब 2.74 करोड़ किसानों को पहली किश्त का लाभ मिला है और बचे हुए किसानों को इस महीने के आखिर तक यह दे दिया जाएगा। इसके बाद अगले महीने अगली किश्त दी जायेगी।

    प्रधानमंत्री किसान स्कीम के बारे में पूरी जानकारी :

    प्रधानमंत्री किसान योजना को यूनियन बजट में घोषित किया गया था और इस योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था और किसानों को तरजीह दी है। किसानों के लिए सीधी राहत की घोषणा करते हुए सरकार ने 2 हेक्टेयर जमीन वाले किसानों को सालाना 6 हजार रुपये की मदद दिए जाने का एलान किया है। किसानों को यह रकम सीधे उनके खाते में दी जाएगी। बतादें की इस साल कुछ समय पहले किसानों को पहली किश्त दी जा चुकी है और दूसरी किश्त अगले महीने ऐडा की जायेगी।

    हालंकि सरकार ने अपनी घोषणा में कहा की ऐसे किसान जो भूतपूर्व या वर्तमान में संवैधानिक पद धारक हों, वर्तमान या पूर्व मंत्री, मेयर या जिला पंचायत अध्यक्ष, केंद्र या राज्य सरकार में अधिकारी एवं 10 हजार से अधिक पेंशन पाने वाले किसानों हैं, इन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इसके अतिरिक्त पेशेवर डॉक्टर, इंजीनियर, सीए, आर्किटेक्ट, जो कहीं खेती भी करता हो उसे इस लाभ का हकदार नहीं माना जाएगा।

    निम्न लोगों का नहीं मिलेगा किसान योजना का लाभ :

    सरकार ने अपनी घोषणा में कहा की  ऐसे किसान जोभूतपूर्व या वर्तमान में संवैधानिक पद धारक हों, वर्तमान या पूर्व मंत्री, मेयर या जिला पंचायत अध्यक्ष, केंद्र या राज्य सरकार में अधिकारी एवं 10 हजार से अधिक पेंशन पाने वाले किसानों हैं, इन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।

    इसके अतिरिक्त पेशेवर डॉक्टर, इंजीनियर, सीए, आर्किटेक्ट, जो कहीं खेती भी करता हो उसे इस लाभ का हकदार नहीं माना जाएगा।

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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