न्यूजीलैंड के क्रिस्टचर्च हमले में एक पाकिस्तानी पीड़ित ने अपनी हत्या से पूर्व बंदूकधारी को पकड़ने की कोशिश की थी। इमरान खान ने कहा कि “पाकिस्तानी नागरिक के साहस को मरणोपरांत सम्मानित किया जायेगा।”
पाकिस्तानी विदेश विभाग ने पुष्टि की कि इस हमले में उनके देश के नौ नागरिकों की हत्या हुई थी।
ख़बरों के अनुसार यह व्यक्ति नईम रशीद है, हालंकि फुटेज में उसका चेहरा ब्लर कर रखा है और उसकी आधिकारिक पहचान का खुलासा करना अभी शेष है।
We stand ready to extend all our support to the families of Pakistani victims of the terrorist attack in Christchurch. Pakistan is proud of Mian Naeem Rashid who was martyred trying to tackle the White Supremacist terrorist & his courage will be recognized with a national award.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) March 17, 2019
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि “पाकिस्तान को मियां नईम रशीद पर फक्र है, जो व्हाइट प्रधानता वाले आतंकी को पकड़ने की कोशिश में शहीद हो गए और उनके साहस के लिए उन्हें वतन में राष्ट्रीय सम्मान से नवाज़ा जायेगा।”
ट्रिब्यून के मुताबिक रशीद के बड़े भाई खुर्शीद आलम ने पाकिस्तान के अब्बोटाबाद शहर में बताया कि ” यह अवार्ड उनके परिवार के लिए काफी मायने रखता है। मुझे बहुत गर्व महसूस होता है। अपने भाई और भतीजे को खोना हमारे लिए बहुत बड़ा सदमा था।नईम बीते वर्ष पाकिस्तान आया था और दो माह उसने परिवार के साथ व्यतीत किये थे।”
उन्होंने कहा कि “हमने साथ में खूबसूरत पल बिताये थे। वह बच्चों से साथ बच्चा और बड़ो के साथ बड़ा बनकर रहने वाला व्यक्ति था।”
पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि “इस अवार्ड से नईम को पाकिस्तानी दिवस, 23 मार्च को नवाज़ा जायेगा। इस हमले में नौ पाकिस्तानियों ने अपनी जान गंवाई है, जबकि एक की स्थिति काफी गंभीर है।” उन्होंने कहा कि “छह पीड़ितों के परिवारों ने शवों को क्रिस्टचर्च में दफ़नाने का निर्णय लिया है और शेष तीन परिवार शवों को पाकिस्तान लेकर आना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि “जो भी पीड़ितों का परिवार निर्णय लेगा, हम उसका सम्मान करेंगे और की इच्छा को पूरी करेंगे।”
ख़बरों के अनुसार बंदूकधारी ब्रेंटन टेर्रान्त ने अक्टूबर में पाकिस्तान की यात्रा की थी। ओशो थांग होटल के मालिक सईद इसरार हुसैन ने बताया कि “टेर्रान्त यह दो दिनों के लिए ठहरा था और इसके बाद वह चीन की सीमा के नजदीक खुंजेराब चला गया था। वह एक शांत और सभ्य व्यक्ति था। इस हमले में उसकी संलिप्तता बेहद हैरतअंगेज़ थी।”