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    यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी

    भगवान राम का नाम करोड़ों भारतवासियों की आस्था के साथ जुड़ा हुआ है। राम धार्मिक रूप से जितना महत्व राजनीतिक पार्टियों के लिए रखते है उससे कई ज्यादा महत्वपूर्ण राजनीतिक कारणों से राजनेताओं के लिए हैं। शायद यहीं कारण हैं कि सियासी गलियारों में भगवान राम का नाम हमेशा सुनाई देता हैं तथा उनपर या उनसे जुड़े हर मुद्दे पर हमेशा बयानबाजी होती रहती हैं।

    भगवान राम पर यूपी के मुख्यमंत्री ने ताजा बयान दिया हैं। योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या मुद्दे पर श्रीश्री रविशंकर की मध्यस्ता को लेकर कहा है कि भगवान राम के बिना भारत में कुछ भी करना असंभव हैं। राम सबके विश्वासों का प्रतिनिधित्व करते हैं। योगी ने कहा भारत में राम सभी के मान्यताओं और आस्थाओं के केंद्र बिंदु हैं।

    योगी का यह बयान निकाय चुनाव के प्रचार से ठीक पहले आया हैं। ऐसे में इस बात का अंदेशा लगाया जाने लगा हैं कि चुनाव के दौरान अयोध्या मामला जोर पकड़ सकता हैं। आपको बता दे कि योगी अपनी निकाय चुनाव के प्रचार का श्री गणेश भी अयोध्या से ही करेंगे।
    अयोध्या मामले में श्रीश्री रविशंकर भी अब शामिल हो गए है तथा 16 नवंबर को वो अयोध्या आ रहे हैं। वो यहां दोनों पक्षों से बाबरी विवाद पर बात करेंगे।

    शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी इस मुद्दे पर भगवान् राम के मंदिर बनवाने पक्ष में आ गए हैं। वसीम रिजवी ने योगी से मुलाकात के दौरान यह कहा कि ”जिस स्थान पर मंदिर है, वहां मंदिर ही बनेगा, जबकि मस्जिद को अयोध्या से दूर किसी मुस्लिम क्षेत्र में बनाने पर हमने बात की है”

    वसीम रिजवी के इस प्रस्ताव को हालांकि मुस्लिम समुदाय ने मानने से इंकार कर दिया हैं।

    उल्लेखनीय हैं कि बाबरी में 1949 में विवादित ढांचे में रामलला की मूर्ति सामने आने के बाद से भगवान राम के मंदिर का विवाद चलता आ रहा हैं।