दैनिक जागरण द्वारा हाल ही में पेश की गयी एक रिपोर्ट में बताया गया है की दिल्ली मेट्रो परियोजना के अंतर्गत छः कोरिडोर का निर्माण होना है जिनमे से तीन को अनुमति मिल चुकी है तीन कोरिडोर के प्रस्तावों को अभी तक भी मंजूरी नहीं मिल पायी है।
अनुमान से लोक सभा चुनावों के बाद इन तीनों कोरिडोर को मंजूरी मिलने की संभावना है। परियोजना के अनुसार इन सभी कोरिडोर का निर्माण वर्ष 2025 तक पूरा होगा।
परियोजना की जानकारी :
रिपोर्ट के अनुसार इन सभी कोरिडोर की प्रस्तावित लम्बाई 103.93 किलोमीटर तय की गयी थी जोकि सभी 6 कोरिडोर की मिलाकार थी। हालांकि अभी तक केंद्र से केवल तीन कोरिडोर के ही निर्माण को मंजूरी मिली है जिनकी अनुमानित लम्बाई 61 किलोमीटर है। इन तीन कोरिडोर में कुल 46 नए स्टेशन होंगे जिनमे से 17 भूमिगत होंगे और बाकी स्टेशन एलिवेटेड होंगे।
केंद्र द्वारा इन तीन कोरिडोर को मंजूरी मिली है :
- तुगलकाबाद-एरोसिटी कोरिडोर जिसकी कुल 20.20 किलोमीटर की लम्बाई है और इसमें कुल 15 नए मेट्रो स्टेशन होंगे।
- जनकपुरी वेस्ट-आरके आश्रम कोरिडोर जोकि 28.92 किलोमीटर लंबा है और इस कोरिडोर में 25 नए मेट्रो स्टेशन का निर्माण प्रस्तावित है।
- मुकुंदपुर-मौजपुर सेक्शन कोरिडोर जिसकी कुल लम्बाई 12.54 किलोमीटर है और इस परियोजना में कुल 6 नए मेट्रो स्टेशन का निर्माण प्रस्तावित है।
2019 के अंत तक शुरू होगा निर्माण :
इस मामले में दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों द्वारा बयान दिया गया है जिसमे उन्होंने कहा की आचार संहिता के लागू होने के कारण मेट्रो परियोजना पर कोई काम अब शुरू नहीं किया जा सकता है। चुनावों के बाद ही टेंडर प्रक्रिया शुरू हो पाएगी। स्वीकृत कॉरिडोर पर काम इस साल नवंबर-दिसंबर तक शुरू होने की उम्मीद है।
इसके साथ ही उन्होंने इस परियोजना से दिल्ली वासियों को होने वाले लाभों के बारे में बताया। उन्होंने बताया की इस परियोजना के इस शहर में निर्माण होने से लगभग 376 किलोमीटर के नेटवर्क को कनेक्टिविटी मिलेगी और लोगों का आवागमन तेज होगा। इससे शहर में रोड़ पर बढ़ते ट्रैफिक पर कुछ हद तक अंकुश लगेगा।