उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या से निकाय चुनावों के मद्देनजर भाजपा के प्रचार अभियान का शुभारम्भ करेंगे। इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय भी उनके साथ होंगे। अयोध्या के बाद योगी गोंडा और बहराइच में भी सभा को सम्बोधित करेंगे। मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के बाद निकाय चुनाव योगी आदित्यनाथ के लिए अग्निपरीक्षा की तरह है। योगी ने अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत अयोध्या से की ताकि उनका हिंदुत्व हितैषी छवि बरकरार रहे।
भाजपा के स्टार प्रचारक माने जाने वाले योगी आदित्यनाथ निकाय चुनाव को लेकर बेहद सक्रिय दिख रहे है। बहरहाल देखा जाये तो इस समय भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें भी बढ़ती दिख रही है क्योंकि बीते दिनों मध्यप्रदेश के चित्रकूट में मिली शिकस्त से भाजपा में थोड़ी हलचल दिखने लगी है। चित्रकूट में चुनावी जनसभाओं को योगी ने भी सम्बोधित किया था लेकिन चुनावी नतीजों ने बीजेपी को किनारे पर ला खड़ा कर दिया है।
यूपी में होने वाले निकाय चुनाव प्रचार का आज सीएम योगी अयोध्या से शंखनाद करेंगे। 22 नंवबर को यूपी में निकाय चुनाव शुरू होने है। योगी आज अयोध्या से चुनावी प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे और अयोध्या में सभा को सम्बोधित करने के बाद गोंडा और बहराइच में जनसभा को सम्बोधित करेंगे। यूपी निकाय चुनाव के लिए योगी की 36 सभाएं तय हो चुकी है लेकिन पार्टी का कहना है कि सभाओं में वृद्धि हो सकती है। इन सब के अलावा योगी ने अयोध्या को प्रथम श्रेणी में रखा है 22 नंवबर से तीन चरणों में निकाय चुनाव होने है। इसके पहले मार्च में भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव में भारी सफलता हासिल की थी लेकिन उस चुनाव में केंद्र से लेकर राज्य तक के मंत्री और नेताओं ने अच्छा प्रदर्शन किया था जिससे बीजेपी को जीत हाथ लगी थी।
दरअसल यूपी निकाय चुनाव योगी के लिए गंभीरता का मसला है क्योंकि योगी को पार्टी ने इस चुनाव में अकेले मैदान में छोड़ा है और योगी अपनी जीत को दोहराना चाहेंगे। यह चुनाव योगी के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है।
रामजन्मभूमि आंदोलन में योगी आदित्यनाथ के गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण रही थी। ठीक वैसे ही योगी को भी अयोध्या से लगाव है अपने आठ महीने के कार्यकाल में योगी ने अयोध्या के चार दौरे किए है। वहीं पार्टी ने भी योगी और अयोध्या देखते हुए उनकी पहली जनसभा को राम की भूमि से ही से शुरू करवाया है। अभी तक योगी करोड़ों की परियोजनाओं का श्रीगणेश अयोध्या में कर चुके है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की अयोध्या सभा को पार्टी एक खास सन्देश के तौर पर देख रही है। वहीं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन ने कहा कि योगी की इस यात्रा से लोगो में सकरात्मक सन्देश जायेगा।
भाजपा मध्यप्रदेश के चित्रकूट में मिली हार को छुपाना चाहती है लेकिन बीजेपी यह नहीं चाहेगी कि यूपी निकाय चुनाव में उसके साथ चित्रकूट जैसा हाल हो। भाजपा निकाय चुनाव में हिंदुत्व के एजेंडे को बरकरार रखना चाहेगी।
अयोध्या और मथुरा वृन्दावन इन दो नगर निगम को भाजपा अपने प्रतिष्ठा से जोड़ कर देख रही है और अपने हिंदुत्व के मुद्दे को यही से तूल देकर पार्टी इस मुद्दे को निकाय चुनाव का मुद्दा बनाना चाहती है । लेकिन इन सब के बावजूद गोरखपुर और वाराणसी ये दोनों नगर निगम वीवीआईपी हो गए है क्योंकि एक क्षेत्र से यूपी के मुख्यमंत्री आते है तो दूसरे क्षेत्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आते है। इसलिए बीजेपी के लिए निकाय चुनाव अहम बनता जा रहा है। वैसे देखा जाये तो भाजपा ने हर नगर निगम को खास बना दिया है और विपक्ष अपनी पूरी ताकत भाजपा को रोकने में लगा रहा है।
भाजपा ने निकाय चुनाव अभियान को गति दे दी है। निकाय चुनाव प्रचार के लिए भाजपा ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा को शामिल किया है।