अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने मंगलवार को भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले से मुलाकात की और आतंकवाद के खिलाफ भारत का समर्थन करने का वादा किया था। अमेरिकी उप प्रवक्ता रोबर्ट पालडिनो ने बयान में कहा कि “माइक पोम्पिओ और विजय गोखले ने पुलवामा आतंकी हमले दोषियों को सज़ा दिलवाने की महत्वता पर चर्चा की और पाकिस्तान द्वारा उसकी सरजमीं पर पनाहगार आतंकी समूहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तत्कालिता के बाबत बातचीत की थी।”
उन्होंने कहा कि “राज्य सचिव पोम्पिओ ने पुष्टि की कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत की जनता और सरकार के साथ खड़ा है। उन्होंने मज़बूत साझेदारी और सहयोग को व्यापक स्तर पर वृद्धि के लिए बातचीत की जिसमे आतंक रोधी अभियान भी था।”
वांशिगटन में भारतीय दूतावास की तरफ से जारी बयान के मुताबिक माइक पोम्पिओ ने सीमा पार आतंकवाद की भारत की चिंता को समझा है। उन्होंने पकिस्तान द्वारा आतंकी समूहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तत्कालिता और आतंकी समूहों को सुरक्षित पनाह न मुहैया करने पर रज़ामंदी जाहिर की है।
उन्होंने आतंकवाद को समर्थन करने वालो को भी जिम्मेदार होने पर सहमति व्यक्त की है। विजय गोखले ने भारत और अमेरिका सम्बन्ध में व्यापक प्रगति पर संतोष व्यक्त किया है। माइक पोम्पिओ बीते वर्ष सितम्बर में 2+2 वार्ता के लिए नई दिल्ली आये थे।
दोनों नेताओं ने कई द्विपक्षीय मुद्दों पर विचार विमर्श किया था। इसमें अफगानिस्तान, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग और नजदीक से कार्य करने पर रज़ामंदी जाहिर की है। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन से फ़ोन पर बातचीत की थी। इस कॉल का मकसद अमेरिका को पुलवामा आतंकी हमले के बाद क्षेत्रीय हालातों के बाबत जानकारी मुहैया करना था।
भारत के जम्मू कश्मीर राज्य के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले में एक फियादीन हमलावर ने अपनी कार को टक्कर मार दी थी। जिसमे 40 सैनिकों में अपनी जिंदगी की कुर्बानी दी थी।
पाकिस्तान को कड़ी चुनौती
दोनों विदेश सचिवों की मुलाकात के बाद अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन नें पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से फोन पर बात की और पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने को कहा।
जॉन बोल्टन नें इस बात की जानकारी ट्विटर के जरिये दी।
Spoke with Pakistani FM Qureshi to encourage meaningful steps against JeM and other terrorist groups operating from Pakistan. The FM assured me that Pakistan would deal firmly with all terrorists and will continue steps to deescalate tensions with India.
— John Bolton (@AmbJohnBolton) March 11, 2019
बोल्टन नें लिखा कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री नें उन्हें आश्वासन दिया है कि वे सख्ती से आतंकवादियों के खिलाफ कदम उठाएंगे और भारत पाकिस्तान सम्बन्ध में आये तनाव को कम करने की कोशिश करेंगे।
जाहिर है कल ही महमूद कुरैशी नें यह कहा था कि पाकिस्तान और अमेरिका के संबंधों में बड़ा बदलाव आया है।
मीडिया से मुखातिब होकर पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा कि “दोहा में पाकिस्तानी मदद से आयोजित अमेरिकी-तालिबान शान्ति वार्ता से सकारात्मक परिमाण आने की उम्मीद है।” उन्होंने कहा कि “एफएटीएफ ने पाकिस्तान को, आतंकवाद और आतंकी समूहों को वित्तपोषित करने के खिलाफ कार्रवाई न करने के कारण ग्रे सूची में शामिल कर रखा है और इस कारण अमेरिका के साथ इस्लामाबाद के सम्बन्ध कुछ खास नहीं रहे थे।”