अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ उनके रिश्ते अच्छे रहेंगे। जबकि बीते सप्ताह दोनों नेताओं की मुलाकात विफल साबित हुई थी। हनोई सम्मेलन में उच्च स्तरीय वार्ता बिना किसी समझौते के खत्म हो गयी थी।
अमेरिकी मीडिया के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा कि “मुझे महसूस होता है कि उत्तर कोरिया और किम जोंग उन के साथ मेरे सम्बन्ध बेहद सौहार्दपूर्ण है। मेरे ख्याल से यह हमेशा ऐसे ही बानी रहेगी। यह एक आपदा थी, मुझे यह गड़बड़ विरासत में मिली है। हम वहां अच्छा कर रहे थे। इस समय में उत्तर कोरिया कोई मिसाइल परिक्षण नहीं कर रहा है।”
किम जोंग द्वारा दोबारा मिसाइल साइट के निर्माण पर उन्होंने कहा कि “मैं इस नकारात्मक तरीके से हैरान हूँ। अगर उन्होंने हमारी समझ से बाहर कुछ किया है। लेकिन हम देखते हैं क्या होता हैं।”
चीन के साथ चल रही व्यापार जंग के बाबत डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “मुझे कोई समाधान नहीं दिखता है, बशर्ते वह अमेरिका के लिए अच्छा समझौता हो। मुझे विश्वास है लेकिन अभी भी यह बेहतर डील नहीं है।” उन्होंने कहा कि “डेमोक्रेट्स अब इजराइल विरोधी और यहूदी विरोधी पार्टी बनती जा रही है।”
रायटर्स के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को कहा कि “उत्तर कोरिया का परमाणु हथियारों के साथ भविष्य अन्धकार में हैं।” पेंटागन ने पुष्टि की कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने सैन्य अभ्यास को बंद करने की रजामंदी जाहिर की है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने बिना किसी संयुक्त बयान के शिखर सम्मलेन के बाद कहा कि “यह प्रतिबंधों के लिए हुआ, वो चाहते थे सभी प्रतिबंधों को पूर्ण रूप से हटाया जाए लेकिन हम ऐसा नहीं कर सकते थे।” तीसरे शिखर सम्मलेन के आयोजन पर सहमति के बाबत अमेरिकी राष्ट्रपति से पूछने पर उन्होंने बताया कि “नहीं, अभी कोई बातचीत नहीं हुई है। लेकिन हम इस पर विचार करेंगे।”
डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के मध्य ऐतिहासिक मुलाकात बीते वर्ष जून में सिंगापुर में हुई थी, जहां उत्तर ककोरा के शासक ने परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतिबद्धता दिखाई थी। हाल ही में आलोचकों ने कहा कि किम जोंग उन परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे हैं। कारणवश, डोनाल्ड ट्रम्प को दबाव में आकर दूसरे शिखर सम्मेलन के लिए राज़ी होना पड़ा था।