Thu. Dec 19th, 2024
    यूएन के प्रमुख

    भारत और पाकिस्तान के मध्य जारी तनाव के बीच संयुक्त राष्ट्र के अध्यक्ष ऐन्टोनियो गुएटरेस ने दोनों राष्ट्रों से दोबारा तनाव को कम करने की अपील की थी। यूएन मुख्यालय में मंगलवार को प्रेस ब्रीफिंग में अध्यक्ष के प्रवक्ता स्टेफने दुजाररिक ने कहा कि “दोनों देशों के अधिकारीयों से हालातों के बाबत चर्चा करते हुए अध्यक्ष ने अपनी चिंता व्यक्त की है। साथ ही इस बात पर जोर दिया है कि इस तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए अधिक करने की जरुरत है।”

    यूएन की अपील

    प्रवक्ता ने कहा कि “जानकारी के मुताबिक, यूएन के प्रमुख ने अभी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके समकक्षी इमरान खान से बातचीत नहीं की है।”

    पुलवामा आतंकी हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र के सचिव एंटानियो गुटरेस ने मंगलवार को भारत और पाकिस्तान से तनाव को कम करने के लिए तत्काल कदम उठाने को कहा है और दोनों राष्ट्रों की रजामंदी पर बिचौलिए द्वारा मदद करने का भी प्रस्ताव दिया है।

    दोनों राष्ट्रों से बातचीत जारी है

    इससे पूर्व यूएन के प्रवक्ता स्टेफने दुजरिक ने कहा कि “दोनों राष्ट्रों के मध्य तनाव बढ़ने हम काफी चिंतित हैं। उन्होंने दोनों राष्ट्रों को अधिकतम संयम बरतने और बढ़ते तनाव को तत्काल खत्म करने का आग्रह किया है। साथ ही दोनों राष्ट्रों कस मध्य बिचौलिए द्वारा मदद करने का प्रस्ताव भी रखा था।”

    रायटर्स के मुताबिक पाकिस्तान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने यूएन के सचिव एंटोनियो गुएट्रेस को पत्र लिखकर, दोनों देशो के बीच उपजे मतभेद को कम करने के लिए कहा था। शाह महमूद कुरैशी ने लिखा कि “यह बेहद अविलंबिता के साथ है, मैं आपका ध्यान कैन्द्रित करना चाहता हूं कि हमारे क्षेत्र में खराब है नतीजतन भारत की तरफ से पाकिस्तान पर हमले का खतरा बना हुआ है।”

    उन्होंने कहा कि घरेलू राजनीतिक हितों के कारण भारत निरंतर पाकिस्तान के खिलाफ शत्रुतापूर्ण भाषण देता है, जिससे वातावरण काफी तनावग्रस्त हो रखा है। पाक विदेश मंत्री ने यह भी लिखा कि भारत ने सिंधु जल संधि को भी खत्म करने के संकेत दिए हैं।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *