भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि “बालाकोट हवाई हमला कोई सैन्य कार्रवाई नहीं थी, इसमें आम नागरिकों का कोई हताहत नहीं हुई। हाल ही में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में जैश ए मोहम्मद के आतंकी शिविरों को निशाना बनाया था।”
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि “विदेश सचिव विजय गोखले ने हवाई हमले में नागरिकों के हताहत होने के कोई आंकड़े नहीं दिए थे। विदेश सचिव ने सिर्फ सरकार की स्थिति के बाबत बयान दिया था।”
विपक्ष का सबूतों को मांग
बालाकोट पर हुए हवाई हमले पर विपक्ष लगातार सबूतों की मांग कर रहा है। भारतीय वायुसेना ने सोमवार को कहा कि यह एयरस्ट्राइक पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में किया गया था और इसके नुकसान के आंकड़े की जानकारी केंद्र सरकार मुहैया करेगी।”
रक्षा मंत्री ने हवाई हमले को आगामी लोकसभा चुनावों से जोड़ने से इंकार किया था। सरकार के पास सिंथेटिक अपर्चर रडार की कुछ तस्वीरें सबूत के तौर पर है। इस हवाई हमले पर कई लोग शंका जता रहे थे। पाकिस्तान ने भी दावा किया था कि भारतीय वायुसेना के हवाई हमले में पाकिस्तान में किसी व्यक्ति की जान नही गयी है।
सरकार का बयान
विदेश सचिव विजय गोखले ने एयर स्ट्राइक की पुष्टि करते हुए कहा कि “एक बड़ी संख्या में जैश ए मोहम्मद के आतंकियों, प्रशिक्षणों और वरिष्ठ कमांडरों का उनके ठिकानों पर ही सफाया कर दिया गया है।” इस कैंप को जेईएम के सरगना मसूद अज़हर का साला उस्ताद गौरी संचालित कर रहा था।
सरकार ने बताया कि यह कैंप पहाड़ी की ऊंचाई, जंगल के अंदर और नागरिकों की उपस्थिति से दूर बनाया गया था। हाल ही में इमरान खान ने कहा कि “पाकिस्तान पर हमला ‘अटैक पाकिस्तान’ चुनावों के मद्देनज़र किया जा रहा है। लेकिन अगर यह सब गंभीर है तो एक बात स्पष्ट है कि, पाकिस्तान बदला लेने की सोचेगा नहीं, प्रतिकार करेगा।” वीडियो सन्देश के जरिये पाक प्रधानमंत्री ने कहा कि “पाकिस्तान के समक्ष इसके आलावा कोई विकल्प नहीं बचता है।”