पाकिस्तान की सरजमीं पर आश्रित जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर ने आतंकी गतिविधियों में लिप्त लड़ाकों को सम्बोधित किया और दावा किया कि “पाकिस्तान बिना कश्मीर के पूरा नहीं है।” हाल ही में आतंकी समूह के एक फियादीन हमलावर ने जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले वाली गाड़ी पर टक्कर मार दी थी। इसमें भारत के 40 सैनिकों की मृत्यु हुई थी।
सूत्र के मुताबिक इस ऑडियो को नई दिल्ली ने इस्लामाबाद को कश्मीर में जेईएम और अजहर की आतंकी गतिविधियों के खिलाफ सबूत के तौर पर दिया है। जैश के सरगना ने कश्मीर में मारे गए चरमपंथियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि “भारत के सभी मुस्लिमों की आजादी के साथ ही कश्मीर को भी जल्द ही स्वतंत्रता मिल जाएगी।”
मसूद अज़हर ने यह बयान 5 फरवरी को दिया था। इस ऑडियो में अज़हर ने अफगानिस्तान में अमेरिका की उपस्थिति की तुलना कश्मीर में भारत से की थी। उसने कहा था कि “अफगानिस्तान में अमेरिका बातचीत के लिए आया, भारत भी अगले कश्मीरी एकजुटता दिवस तक वार्ता के लिए गिड़गिड़ाएगा। अगर कश्मीर के सभी मुस्लिम भारत के खिलाफ हो जाएं, तो एक माह में ही जीत हासिल हो जाएगी।”
इस ऑडियो में अज़हर पुलवामा आतंकी हमले के बाबत बताता नज़र नहीं आता लेकिन ख़ुफ़िया विभागों के मुताबिक कश्मीर की एकता से उसका मतलब किसी बड़े हमले को अंजाम देना था। जेईएम की आतंकी गतिविधियों पर पाक को दिए गए डोजियर में भारत ने 40 चरमपंथियों की सूची भी दी है। ये सभी पाकिस्तानी नागरिक थे और बालाकोट में आतंकी प्रशिक्षण कैंप चला रहे थे।
यह लड़ाके बालाकोट में प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान के आठ अलग राज्यों से आये थे और जिनकी उम्र 17 से 23 के बीच में थी। 26 फरवरी को भारत की वायुसेना ने बालाकोट में आतंकियों के शिविरों को ध्वस्त कर दिया था। इसमें जैश ए मोहम्मद के कई आतंकियों को भारत ने ढेर कर दिया था।