ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने रविवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ बातचीत की थी और उनसे आतंकी समूहों एक खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था।
स्टैण्डर्ड के मुताबिक ब्रितानी प्रवक्ता ने कहा कि “प्रधानमंत्री ने पाक पीएम से बातचीत की और भारत के साथ तनाव कम करने की प्रतिबद्धता और विंग कमांडर अभिनन्दन को वापस लौटने का स्वागत किया था।”
उन्होंने कहा कि “पाक पीएम और ब्रितानी पीएम ने इस विवाद के कारणों को जानने की जरुरत के बाबत चर्चा की थी। प्रधानमंत्री ने आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने में पाकिस्तान की महत्वता पर जोर दिया था।” भारत ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले का जिम्मेदार पाकिस्तान में स्थित जैश ए मोहम्मद को बताया था।
बुधवार को थेरेसा मे ने कहा कि “हम दोनों मुल्कों के संपर्क में हैं और वार्ता व कूटनीतिक समाधान से क्षेत्रीय स्थिरता बरकरार रखने का आग्रह कर रहे हैं। तनाव को कम करने के लिए हम यूएन सुरक्षा परिषद् सहित अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों के साथ करीबी से कार्य कर रहे हैं। विकास पर करीबी से निगरानी और ब्रितानी नागरिकों पर प्रभाव का आंकलन कर रहे हैं।
लेबर लीडर जेरेमी कोर्बिन ने कहा कि “भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने के लिए हम तत्काल वार्ता का समर्थन करते हैं और इससे पहले की अधिक जिंदगिया कुर्बान हो, इस विवाद की मूल कारणों से निपटना चाहिए।”
आतंकवाद के खिलाफ भारत की जवाबी प्रतिक्रिया पर पाकिस्तान ने बुधवार को सुबह कुछ सैन्य स्थानों को निशाना बनाने का प्रयास किया था लेकिन भारतीय वायुसेना ने इसे नाकाम कर दिया था। पाकिस्तान द्वारा अपनी सरजमीं पर आतंकी ठिकानों के न होने के दावे पर विदेश मंत्रालय ने खेद व्यक्त किया है।
बाद में पाकिस्तानी विमानों ने भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया और राजौरी सेक्टर में कुछ बम गिराए, जिसके बाद उनके एक लड़ाके को गोली मार दी गई। भारत ने कहा कि बुधवार सुबह जम्मू-कश्मीर में एफ -16 लड़ाकू विमान को मार गिराया।