रूस के राष्ट्रपति वादिमिर पुतिन ने भारत को सन्देश लिखकर कहा कि भारतीय सुरक्षा विभागों की जरूरतों की पूर्ती के लिए कलाश्निकोव असॉल्ट राइफल्स की 200 सीरीज का निर्माण भारत और रूस मिलकर करेंगे। इस सन्देश को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पढ़कर सुनाया था।
पीएम नरेंद्र मोदी के अमेठी में कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री ने यह सन्देश पढ़ा, जहां उन्होंने राइफल्स के निर्माण के लिए यूनिट की नींव रखी थी। निर्मला सीतारमण ने व्लादिमीर पुतिन के हवाले से कहा कि “यह संयुक्त उद्यम में विश्व की सबसे मशहूर असॉल्ट राइफल्स का निर्माण किया जाएगा और उत्पादन को पूरी तरह घरेलू किया जाएगा। भारतीय रक्षा उद्योग क्षेत्र के पास राष्ट्रीय सुरक्षा विभागों की छोटे हथियारों के वर्ग की जरुरत को पूरा करने का अवसर है।”
उन्होंने कहा कि “भारत और रूस की विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी सैन्य व तकनीकी सहयोग में एक महत्व पारम्परिक हिस्सा रहा है। बीते साथ दशकों से अधिक समय से हम अपने दोस्त भारत को विश्वनीय और उच्च गुणवत्ता वाले सैन्य हथियार और उपकरण मुहैया कर रहे हैं। हमारे देश की सहायता से भारत में करीबन 170 सैन्य व उद्योगिक सुविधाओं को सेट अप किया गया है।
उन्होंने कहा कि “यह इंटर गोवेर्मेंट एग्रीमेंट काफी कम संभावित समय में तैयार व इस पर हस्ताक्षर किये गए थे। इस प्रोजेक्ट को संभव बनाने के लिए सभी भारतीय और रुसी विशेषज्ञों का आभार व्यक्त करना चाहता हूँ। यह योग्य लोगों के लिए नौकरी का सृजन करेगा। साथ ही यह पेशेवर शिक्षा और सैन्य प्रशिक्षण भी मुहैया करेगा।”
उन्होंने कहा कि “यह प्लांट दोनों देशों की मज़बूत दोस्ती और सहयोग का एक जीवंत प्रतिक होगा।” रुसी राष्ट्रपति और भारतीय प्रधानमंत्री के बीच बीते साल अक्टूबर में भारत में राइफल्स के निर्माण का समझौता हुआ था।