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    समझौता एक्सप्रेस

    भारत के पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से रविवार को रवाना हुई समझौता एक्सप्रेस में मात्र 12 यात्री ही सवार थे। शुक्रवार को भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनन्दन की पाकिस्तानी हिरासत से रिहाई के बाद समझौता एक्सप्रेस की सुविधा को बहाल कर दिया गया था।

    ट्रैन में मात्र 12 यात्रियों का सफर

    26 फरवरी को भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में किये गए हवाई हमले के बाद भारत पाकिस्तान सम्बन्ध बिगड़ गए थे और पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस पर रोक लगा दी थी। 12 यात्रियों में से 10 स्लीपर क्लास और अन्य दो एसी क्लास में यात्रा कर रहे थे।

    रेलवे प्रोटेक्शन फाॅर्स के इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने ANI को बताया कि “कुल 12 यात्री जा रहे हैं। इनमे से सभी पाकिस्तान से हैं। हमें सामान्य स्तर से अधिक सुरक्षा का ध्यान देना पड़ रहा है। सभी यात्रियों के सामान की जांच डॉग स्क्वाड ने की थी।” यह ट्रैन सुबह 3 बजे अट्टारी बॉर्डर पर पंहुचेगी।

    समझौता एक्सप्रेस

    समझौता एक्सप्रेस की शुरुआत साल 1976 में शिमला समझौते के बाद की गयी थी। यह ट्रैन प्रति सप्ताह बुधवार और रविवार को चलती है। यह दूसरी दफा था जब इस ट्रैन सुविधा को रद्द किया गया था। साल 2001 में भारतीय संसद में हमले के बाद 1 जनवरी 2002 को इस सुविधा को निरस्त कर दिया गया था।

    भारतीय वायुसेना के 12 मिराज 2000 जेट ने मंगलवार सुबह नियंत्रण रेखा को पार किया पाकिस्तान के बालकोट में स्थित आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। जम्मू, कश्मीर और पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

    विदेश सचिव विजय गोखले ने एयर स्ट्राइक की पुष्टि करते हुए कहा कि “एक बड़ी संख्या में जैश ए मोहम्मद के आतंकियों, प्रशिक्षणों और वरिष्ठ कमांडरों का उनके ठिकानों पर ही सफाया कर दिया गया है। इस कैंप को जेईएम के सरगना मसूद अज़हर का साला उस्ताद गौरी संचालित कर रहा था।

    सरकार ने बताया कि यह कैंप पहाड़ी की ऊंचाई, जंगल के अंदर और नागरिकों की उपस्थिति से दूर बनाया गया था। इस हमले में तकरीबन 300 से अधिक आतंकी ढेर किये गए थे।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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