उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने वियतनाम के दौरे के अंतिम दिन क्रांतिकारी नेता हो ची मिन्ह को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। उत्तर कोरिया के नेता अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ दूसरे शिखर सम्मेलन के लिए हनोई आए थे। हालांकि इस मुलाकात का अंत बगैर किसी समझौते के हुए था।
परंपरा के मुताबिक उत्तर कोरिया की वर्षगांठ पर किंम जोंग उन अपने पूर्वजों, अपने पिता किम जोंग इल और अपने दादा किंम इल सुंग को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। लेकिन वियतनाम के स्वतंत्रता सेनानी के आगे नतमस्तक होना, असामान्य था। उत्तर कोरिया के नेता ने प्रतिमा के समक्ष एक मिनट तक अपना सर झुकाये रखा था।
आज जानकारी सार्वजनिक नही हुई लेकिन किम ने चीनी यात्रा के दौरान माओ ज़डोंग की समाधि पर गए थे। उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल सुंग वियतनाम के हो ची मिन्ह के करीबी मित्र थे। उन्होंने दक्षिण एशिया में अमेरिकी समर्थित शासन के खिलाफ लड़ने के लिए पायलटों और मनोवैज्ञानिक मुहैया किये थे। पियोंगयांग में वियतनाम के दूतावास के बाहर दोनो नेताओं की तस्वीर लगी हुई है।
उत्तर कोरियाई देश के नेता बनने के बाद यह किम जोंग उन की पहली यात्रा थी।
हाल ही में ट्रम्प ने ट्ववीट कर कहा कि “परमाणु निरस्त्रीकरण का जो अवसर उत्तर कोरिया को मिल रहा है, वो इतिहास में किसी को नहीं मिला होगा।” डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “मुझे उत्तर कोरिया के साथ क्या करना चाहिए इस बाबत डेमोक्रेट्स को इसके बारे में बात करना बंद करना चाहिए। उन्हें खुद से पूछना चाहिए कि उन्होंने आठ सालों के ओबामा के कार्यकाल में ऐसा क्यों किया था।”
डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के मध्य ऐतिहासिक मुलाकात बीते वर्ष जून में सिंगापुर में हुई थी, जहां उत्तर ककोरा के शासक ने परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतिबद्धता दिखाई थी।