सरकार ने शुक्रवार को पूर्व वित्त सचिव हसमुख आधिया को बैंक ऑफ बड़ौदा का कर्यभार सौंपा है। विजया बैंक और देना बैंक के साथ विलय के बाद 01 अप्रैल से बैंक ऑफ बड़ौदा देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा। वित्तीय सेवा विभाग के सचिव राजीव कुमार ने एक ट्वीट में इसकी जानकारी दी। लिखा कि,”पूर्व वित्त सचिव हसमुख अधिया को सरकार की ओऱ से बैंक ऑफ बड़ौदा का गैर-कार्यकारी चेयरमैन नियुक्त किया गया है।”
बैंक के निदेशक मंडल ने विजया बैंक और देना बैंक के शेयरधारकों को बैंक ऑफ बड़ौदा के इक्विटी शेयर जारी किए और इसे आवंटित करने के तिथि 11 मार्च तय की हुई है। विलय योजना के तहत विजया बैंक के शेयरधारकों को प्रति 1,000 शेयरों के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 402 शेयर मिलेंगे। देना बैंक के मामले में उसके शेयरधारकों को हर 1,000 शेयर के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 110 शेयर मिलेंगे।