इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया और कहा कि यह आरोप मुझे गिराने की साजिश है। अटोर्नी जनरल के फैसले के बाद नेतान्याहू ने कहा कि इन बेबुनियाद आरोपों के बावजूद मैनें लंबी अवधि से प्रधानमंत्री बनने की योजना बना ली थी।
मुझे बदनाम करने की कोशिश
उन्होंने कहा कि लेफ्ट जानता है कि वो मुझे मतों से नहीं हरा सकते हैं। इसलिए वह बीते तीन सालो से मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे है, इसका एक ही मकसद है दक्षिणपंथी सरकार का खात्मा, जिसका नेतृत्व मुझ पर है। अपने दफ्तर में 20 मिनट के संवाद में नेतन्याहू काफी भावुक नजर आये और उन्होंने अपने परिवार से बातचीत की। उन्होंने कहा कि इस जांच से वह बदनाम हुए हैं।
उन्होंने बताया कि उनकी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से इजराइल के हित में हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक विपक्षियों पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने अमानवीय और निरंतर एजी पर दबाव बनाये रखा कि वह कहे कि मेरे खिलाफ आरोपों पर विचार चल रहा है, हालाँकि कोई सबूत नहीं हैं।
धोखाधड़ी के आरोप
उन्होंने कहा कि इसका प्रमुख उद्देश्य चुनावों को प्रभावित करना है। जबकि हम जानते हैं कि चुनाव के बाद यह आरोप पूरी तरह निराधार हो जाएंगे।
अटोर्नी जनरल अविचाई मण्डेलबीट ने गुरूवार को संकेत दिया कि प्रधानमंत्री ने विश्वासघात, धोखाधड़ी और गबन किया था। अलबत्ता बेंजामिन नेतान्याहू को आरोपों की सुनवाई शुरु होने से पूर्व अपने बचाव का मौका दिया जाएगा।
जरुशलम पोस्ट के मुताबिक इजराइल की पुलिस नें कहा कि जांच के दौरान प्रधानमन्त्री बेंजामिन नेतान्याहू और उनकी पत्नी के खिलाफ रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के पर्याप्त सबूत मिले हैं। यह बेंजामिन नेतान्याहू के खिलाफ तीसरा भ्रस्टाचार से जुड़ा मामला है।
विभाग ने आरोप लगाया कि बेंजामिन नेतान्याहू ने अपनी और अपनी पत्नी को अधिक न्यूज़ कवरेज देने के बदले बेकेज़ टेलिकॉम की वेबसाइट वाल्ला को फायदा पहुँचाया है। हालांकि बेंजामिन नेतान्याहू ने इन आरोपों से इनकार किया है। निरंतर चार बार प्रधानमन्त्री के पद पर आसीन बेंजामिन नेतान्याहू अब राजनीतिक में टिके रहने के लिए चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।