अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के दूसरे शिखर सम्मेलन का अंत बिनी किसी समझौते के होने पर दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने अफसोस व्यक्त किया है। ब्ल्यू हाऊस के प्रवक्ता ने कहा कि यह बेहद अफसोसजनक है कि इस शिखर सम्मेलन में दोनो नेता किसी समझौते पर नहीं पंहुच पायें हैं।
उन्होंने कहा कि लेकिन सार्थक प्रगति हुई है, जो इतिहास में कभी नहीं हुई हैं। हाल ही में व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा था कि दोनो नेता इस मुलाकात में किसी समझौते पर नहीं पंहुचे हैं।
डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्ववीट कर कहा था कि “परमाणु निरस्त्रीकरण का जो अवसर उत्तर कोरिया को मिल रहा है, वो इतिहास में किसी को नहीं मिला होगा।” अमेरिकी राष्ट्रपति ने किम जोंग उन को अपना दोस्त बताया। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को कई अप्पतिजनक बाते व अपशब्द कहे थे।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “मुझे उत्तर कोरिया के साथ क्या करना चाहिए इस बाबत डेमोक्रेट्स को इसके बारे में बात करना बंद करना चाहिए। उन्हें खुद से पूछना चाहिए कि उन्होंने आठ सालों के ओबामा के कार्यकाल में ऐसा क्यों किया था।”
डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के मध्य ऐतिहासिक मुलाकात बीते वर्ष जून में सिंगापुर में हुई थी, जहां उत्तर ककोरा के शासक ने परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतिबद्धता दिखाई थी। हाल ही में आलोचकों ने कहा कि किम जोंग उन परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे हैं। कारणवश, डोनाल्ड ट्रम्प को दबाव में आकर दूसरे शिखर सम्मेलन के लिए राज़ी होना पड़ा था।