राष्ट्रीय जांच ऐजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के तमाम अलगाववादी नेताओं के आवासों पर छापेमारी की। उनका दावा है कि आंतकी वित्त पोषण से जुड़े तार खोजने के लिए इस तरह की छापेमारी आवश्यक है। उन्होंने घाटी में लगभग नौ घंटे तक छापेमारी की, जिसमें मिरवाइज उमर फारुक समेत कई नेताओं की घर रेड की।
इस छापेमारी के विरोध में कई अलगाववादी नेताओं ने दो दिनों के कश्मीर बंद का आह्वान भी किया है। भारतीय वायुसेना के जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर बमबारी के कुछ समय बाद ही यह एएनआई ने यह छापेमारी शुरु की। इससे तीन दिनों पहले सरकार ने सभी हुर्रियत नोताओं की मिली सुरक्षा भी उनसे वापस ले ली है।
जिन नेताओं के घर छापेमारी हुई उनमें जेकेएलफ के नेता यासीन मल्लिक, नसीम गिलानी, सईद अली शाह गिलानी, शबीर अहमद शाह आदि शामिल है।
छापेमारी के दौरान एएनआई को नेताओं के घर से कुछ संदिग्ध बैंक के दस्तावेज, पाकिस्तानी वीजा के लिए रिकमेंडेशन लेटर, कुछ संपतियों के कागजात, विभिन्न आतंकी संगठनों के लेटर हेड, लैपटॉप, पेन-ड्राइव, मोबाइल फोन व संचार यंत्र बरामद हुए हैं।
एनआईए का यह भी दावा है कि, नेता मिरवाइज के आवास से उन्हें हाई स्पीड इंटरनेट कम्यूनिकेशन यंत्र बरामद हुआ है। बता दें कि इस छापेमारी में राष्ट्रीय जांच ऐजेंसी के अलावा अर्द्धसैनिक बल, एसपी रैंक के अधिकारी व जम्मू-कश्मीर पुलिस शामिल थी। बाद में गुस्साई भीड़ व युवाओं ने छापेमारी करने आए लोगों पर पत्थरबाजी शुरु कर दी, जिसके बाद उन्हें फटाफट छापेमारी को निपटाना पड़ा।