बिहार के लालू यादव ने आज एक बड़ा बयान दिया है। उन्होने कहा है कि अभी विधानसभा चुनाव में वक्त है ऐसे में इस चुनाव पर कुछ ज्यादा बोल पाना सही नहीं है। उन्होने यह भी कह दिया कि आने वाले विधानसभा चुनाव में सीएम उम्मीदवार उनकी पार्टी से कौन होगा यह सही वक्त आने पर तय किया जाएगा।
उनका यह बयान इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्यूंकि राजद अध्यक्ष लालू यादव गठबंधन के समय यह मानकर चलते थे कि बिहार में नीतीश कुमार का विकल्प उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव है। लेकिन आज इस बारे में पूछे जाने पर उन्होने कहा है कि ऐसा नहीं है कि तेजस्वी ही हमारी पार्टी से सीएम उम्मीदवार हो सकते है।
अभी चुनाव दूर है ऐसे में कुछ भी कह देना जल्दबाजी है। अपनी पार्टी में एकता की बात कहते हुए उन्होने कहा है कि ऐसा नहीं है कि हमारी पार्टी में पदों के लिए कोई मारा-मारी हो रही है। सभी लोगों में आपसी प्रेम है। लालू के इस बयान के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गयी है कि राजद से अगर सीएम उम्मीदवार तेजस्वी नहीं होंगे तो फिर और कौन होंगे?
गौरतलब है कि इससे पहले राजद अध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे के बयान के बाद से माना जाने लगा था कि राजद के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी ही होंगे। अपने बयान में रामचन्द्र पूर्वे ने कहा था कि अगला विधान सभा चुनाव तेजस्वी के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। आने वाला विधान सभा चुनाव नीतीश और लालू दोनों के लिए ही महत्वपूर्ण है।
जहां एक तरफ नीतीश को अपनी जीत से यह साफ़ करना है कि पिछले विधान सभा चुनाव में उनको जीत अपने विकास के कामों के बदले मिली थी। वहीं लालू इस चुनाव को जीत कर यह साबित करना चाहेंगे कि बिहार में नीतीश को जीत सिर्फ उनके कारण मिली थी ।