डायना एडुल्जी, जो सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त की गई प्रशासको की समीति की सदस्य है ने गुरुवार को कहा कि पुलवामा आतंकी हमले को मद्देनजर रखते हुए, कल होने वाली बैठक में यह सिद्ध हो जाएगा की भारत आगमी विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलेगा की नही।
एडुल्जी ने एनआई को बताया, ” जो बैठेक कल (शुक्रवार) को होगी, हम उस उचित प्रक्रिया का पालन करेंगे, जिसमें विदेश मंत्रालय, खेल मंत्रालय और गृह मंत्रालय की राय ली जाएगी, जिसके बाद हम कॉल लेंगे।”
पैनल को मैच के संबंध में सामूहिक और जिम्मेदार निर्णय लेने के लिए सलाह लेने की संभावना है, मैच मैनेचेस्टर के ओल्ड-ट्रैफर्ड में 16 जून को खेला जाएगा।
बीसीसीआई अधिकारियो के अनुसार यह पता लगा है कि सीओए के दो सदस्यो की पाकिस्तान के खिलाफ विश्वकप में मैच खेलना चाहिए या नही इस पर अलग-अलग राय है। अधिकारी ने यह भी कहा क्रिकेट निकाय को इस बात का निर्णय सरकार पर छोड़ देना चाहिए।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने एनआई को बताया, ” विदेशी नीति के मामले विदेश मंत्रालय पर छोड़ देने चाहिए और सरकार के निर्णय का पालन करना चाहिए।”
अधिकारी ने कहा, ” ऐसे कदम न बनाएं जो आपको, आपके संगठन और आपके देश को शर्मिंदा करें जब आप जानते हैं कि यह अच्छा नहीं होगा। विदेश नीति के सभी मुद्दो को विदेश मंत्रालय के ऊपर छोड़ देना चाहिए। अगर सरकार निर्णय लेती है तो उसका चुपचाप पालन करना चाहिए।”
इंडिया टुडे से पता चला है की सीओए के प्रमुख ने यह विचार सामने रखा है कि आईसीसी को एक पत्र लिखकर भारत-पाकिस्तान के मैच के बारे में बात करनी चाहिए लेकिन समिति के अन्य सदस्यो ने इस विचार पर अपनी हां नही भरी।
इससे पहले सूत्रो से यह पता चला था कि, कि क्रिकेट निकाय सरकार से बात करके इस पर निर्णय लेगा जबकि एक अन्य बोर्ड अधिकारियों ने मामले में एक अभूतपूर्व कदम की वकालत की थी।
14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर की घाटी में 3 दशक में सबसे बड़ा हमला हुआ था, जहां हमारे सीआरपीएफ के 40 से ज्यादा जवान शहीद हुए थे। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए- मोहम्मद ने ली थी।
जिसके बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच आगामी विश्वकप मैच में बहिष्कार की मांग बढ़ी है। विश्वकप 30 मई से इंग्लैंड और वेल्स में खेला जाएगा।