रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को कहा कि यदि अमेरिका यूरोप में मिसाइल की तैनाती करेगा और मास्को भी जवाबी कार्रवाई करेगा। रूस और अमेरिका के मध्य मिसाइल की तैनाती को लेकर अभी भी तनातनी जारी है।
रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि “मैं पहले भी कह चुका हूं और दोबारा दोहराना चाहता हूं कि रूस यूरोप में मिसाइल तैनात करने की योजना नहीं बना रहा है। यदि वह मैनुफ़ैक्चर करते हैं और यूरोप में भेजते हैं, अमेरिका की यही योजना है और यह योजना अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के हालातों को खराब कर देगी और रूस के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न करेगी। मॉस्को को ऐसी ही मिसाइल भेजने के लिए 10 से 12 मिनट का समय लगेगा।”
रूसी राष्ट्रपति का हवाला देते हुए टीएएसएस ने कहा कि यह हमारे लिए गंभीर खतरा है। इस मामले में हम मजबूर हो जाएंगे। मैं जोर देकर कहना चाहता हूं कि हम जैसे को तैसा वाली नीति अपनाएंगे।
अमेरिका और रूस संधि से बाहर
हाल ही में अमेरिका ने शीत युद्ध के दौरान हुई ऐतिहासिक संधि आईएनएफ मिसाइल ट्रीटी को तोड़ दिया था। अमेरिका ने कहा कि रूस इस संधि का उल्लंघन करता है।
वांशिगटन ने मास्को की नई मीडियम रेंज मिसाइल प्रणाली के बाबत हीनता जाहिर की थी। पश्चिमी देशों के मुताबिक इस मिसाइल प्रणाली ने साल 1987 में हुई संधि का उल्लंघन किया है।अमेरिका ने रूस पर इस संधि के उल्लंघन का आरोप लगाया था और कहा कि यदि 60 दिनों में कोई परिवर्तन नहीं दिखा तो छह माह की एक प्रक्रिया का आयोजन किया जायेगा जिससे अमेरिका इस संधि से बाहर निकलेगा।
रुसी राष्ट्रपति ने कहा था कि “हमारे अमेरिकी सहयोगियों ने इस संधि को खत्म करने का ऐलान किया था और अब हम भी इससे बाहर निकल रहे हैं।” उन्होंने कहा कि हम अब इस मसले पर अमेरिका के साथ बातचीत की पहल नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक अमेरिका अर्थपूर्ण वार्ता के लिए परिपक्व नहीं होता, हम तब तक बातचीत के लिए इंतज़ार करेंगे।