जेएनयू की पूर्व छात्रा शेहला रशीद के खिलाफ देहरादून पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। दरअसल उन पर पुलवामा हमले के बाद ट्वीटर के जरिए डर और आराजकता को बढ़ावा देने का आरोप लगा है।
हमले के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में कश्मीरी छात्रों के खिलाफ प्रदर्शन की खबरें आ रही हैं। इसी बीच शहला ने भाजपा से सवाल किया कि “भाजपा बजरंग दल पर कार्यवाही क्यों नहीं कर रही है, जो कश्मीरियों पर जुर्म कर रहे हैं।”
शहला के खिलाफ बीते रविवार को पुलिस ने प्रेमनगर थाने में एफआईआर दर्ज किया है। उन्होंने एफआईआऱ की कॉपी ट्वीटर पर पोस्ट की हैं जिसमें उन्होंने लिखा है कि “हमारे देश में सरकार से जवाब मांगने का ये नतीजा मिलता है। साथ ही यह भी लिखा कि उत्तराखंड पुलिस ने मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज की है, लेकिन बजरंग दल के नेता विकास वर्मा के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया गया है। जबकि विकास ने तमाम अखबार वालों को साफ बयान दिया है कि वे कश्मीरियों को देहरादून में जीने नहीं देंगे।”
जब शहला ने ट्वीट किया था,’15 से 20 कश्मीरी छात्राएं देहरादून के हॉस्टल में फंसी हुई हैं। हॉस्टल के बाहर पुलवामा हमले से गुस्साए लोग खड़े हैं जो छात्राओं को कॉलेज से निकालने की मांग कर रहे हैं।’ इसी ट्वीट के बाद पुलिस हरकत में आए और उनके के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई।
I have to say this. Without a civilian government in place, we Kashmiris studying outside J&K feel orphaned. There is no one to advocate our cause in official capacity. Ex CMs have been helping out in their personal capacity. We crave someone who would fiercely advocate our cause
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) February 19, 2019
हालांकि उत्तराखंड पुलिस ने रविवार को सफाई दी कि कश्मीरी छात्र-छात्राएं हॉस्टल में नहीं फंसे हुए हैं। यह केवल अफवाह थी जो शहला फैला रही हैं। पुलिस ने शांति भंग करने के आरोप में शहला के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
प्रेम नगर पुलिस स्टेशन के स्टेशन हॉउस ऑफिसर नरेंद्र गहलावत ने कहा कि रशीद के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 505, 153 और 504 के तहत मामला दर्ज किया गया है। देहरादून की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने राशिद के खिलाफ मामले की पुष्टि की।
कुकरेती ने सोमवार को कहा, शहला के खिलाफ देवराज नाम के एक स्थानीय निवासी ने यह कहते हुए शिकायत दर्ज कराई थी कि वह कश्मीरी छात्रों पर हमले की अफवाह फैला रहा है और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रही हैं। शिकायत के बाद मामला की जांच शुरू की गई।
देहरादून में कश्मीरी छात्रों पर हमले की खबरों के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार को “हिंसा भड़काने की कोशिश करने वाले किसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया।”
The price you pay for seeking justice under a BJP govt.#SOSKashmir #UnHateNow #HateKiNoEntry #KashmirDistressAlert #Kashmir #Pulwama pic.twitter.com/ypj70EhH92
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) February 18, 2019
परिस्थितियों के देखते हुए देहरादून के दो कॉलेजों ने आगामी सेशन में कश्मीरी छात्रों की भर्ती पर रोक लगा दिया है। पुलवामा हमले के बाद उतराखंड में तमात मकान मालिकों ने कश्मीरी छात्रों से जल्द से जल्द घर खाली करने को कहा है।