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    भारत और मोरक्को

    भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि मोरक्को और भारत के मध्य द्विपक्षीय व्यापार में 1.5 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि मोरक्को से साथ भारत महत्वपूर्व बहुपक्षीय साझेदारी से जुड़ा हुआ है। द्विपक्षीय व्यापार का यह आंकड़ा दर्शाता है कि दोनों देशों के मध्य कारोबार में वृद्धि की अत्यधिक क्षमता है।

    प्रसन्नता का इजहार करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि “आज मैं खुश हूँ कि विभिन्न रणनीतिक क्षेत्रों में हमारे संबंधों का विस्तार हुआ है, मसलन सूचना तकनीक, अंतरिक्ष, साइबर सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि इसमें शामिल है। आज कारोबार के लिए वीजा मिलने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं।”

    उन्होंने कहा कि “भारत दशकों से सीमा पार आतंकवाद का पीड़ित रहा है। इसीलिए, हमरे मित्र मोरक्को ने आतंक रोधी समझौते कोबहा महत्वता दी है।” भारत में मोरक्को सरकार द्वारा शुरू की गई पहल की सराहना करते हुआ सुषमा स्वराज ने कहा कि “महाराजाधिराज मोहम्मद-6 की पहल से, मैं तहे दिल से मोरक्को सरकार द्वारा गरीबों के लिए शुरू की गई सामाजिक व आर्थिक परियोजनाओं की सराहना करती हूँ।”

    विदेश मंत्री ने मोरक्को के अपने समकक्षी नस्सेर बौरीता से की बातचीत को सफल व उपयोगी बताया और कहा कि “हमने बातचीत के दौरान हमने सिर्फ मौजूदा द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग की समीक्षा नहीं की, बल्कि भविष्य में सहयोग को बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा की थी।” सुषमा स्वराज ने बताया कि इब्ने बतूता के समय से भारत और मोरक्को के ऐतिहासिक संबंध है।

    गर्मजोशी से भरे सत्कार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि “मेरे और मेरे प्रतिनिधियों के आदर सत्कार के लिए मैं मोरक्को की सरकार का अभिवादन व्यक्त करना चाहती हूँ। अक्टूबर 2015 में मोरक्को के महाराज की भारत यात्रा के बाद दोनों राष्ट्रों के संबंध काफी बेहतर हुए हैं। इसके बाद दोनों देशों के बीच 22 मंत्री स्तर की वार्ता हो चुकी है और 37 समझौतों पर हस्ताक्षर किये जा चुके हैं।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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