राजीव कुमार को साल 2016, मई में बंगाल पुलिस कमिश्नर बनाया गया था। उनके तीन साल का कार्यकाल जल्द ही समाप्त होने वाला है। लोकसभा चुनाव से पहले उनका तबादला किसी अन्य विभाग में किया जाना है। सूत्रों के मुताबिक राजीव कुमार जल्दी ही आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) में पद नियुक्त किया जा सकता है।
बीते कुछ दिनों पहले राजीव कुमार शारदा चिटफंड मामले में जांच को लेकर चर्चा में रहे थे। जिसमें सीबीआई ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था, संभावना है कि राजीव कुमार मंगलवार को चुनाव आयोग के निर्देशानुसार अपना पद किसी और को सौंप देंगे। सूत्रों के मुताबिक नए कमिश्नर के नाम की घोषणा मंगलवार को ही की जाएगी।
कुमार पर कांग्रेस व भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेताओं के फोन टैप करने का आरोप लगाया है। जिसके बाद चुनाव आयोग ने राज्य सरकार को उन्हें विधानसभा चुनाव से पहले स्थानांतरित करने के आदेश दिए थे। बाद में उन्हें बहाल कर दिया गया था। सूत्रों की माने तो लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा केंद्र पर अपने प्रभावों का इस्तेमाल करके पश्चिम बंगाल में ममता के सभी करीबी अधिकारियों का तबादला करा रही हैं, जिस सूची में राजीव कुमार भी शामिल हैं।
ज्ञात हो कि सीबीआई 3 फरवरी को शारदा चिटफंड मामले की तहकीकात कर रहे एसआईटी के मुख्य राजीव कुमार से पूछताछ करने उनके घर गई थी। जिसके बाद सीएम ममता बनर्जी विरोध में धरने पर बैठ गई थी। बाद में सीबीआई ने कोर्ड में गुहार लगाई। जिसके बाद राजीव कुमार को जांच में सहयोग करने के लिए शिलांग में पेश होने को कहा गया था। बता दें कि शारदा केस में तमाम आईएएस अधिकारी सीबीआई के रडार में शामिल हैं।