पंजाब विधानसभा में सोमवार को विपक्षीय पार्टियों ने भारी हंगामा किया। दरअसल विपक्ष पुलवामा आतंकवादी हमले पर नेता नवजोत सिंह सिद्धु के ओर से आए “असंवेदनशील” टिप्पणी के कारण उन्हें उनके पद से बर्खास्त करने की मांग कर रहा है।
जहां एक ओर विपक्षी आम आदमी पार्टी के विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया। वहीं शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने विधानसभा में क्रिकेटर से नेता बने सिद्धु को लेकर नारे लगाने शुरु कर दिए थे।
अकाली दल के नेता विक्रम सिंह मजीठिया और सिद्धु के बीच विधानसभा बजट सत्र से पहले ही तकरार हुई थी। जिसके बाद अन्य लोगों द्वारा इस मौखिक विवाद को शांत कराया गया था।
बाद में इसी अराजकता के बीच पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार का तीसरा बजट पेश किया था।
फिलहाल एसएडी प्रमुख प्रकाश सिंह बादल ने कांग्रेस पार्टी से सिद्धु को निलंबित करने की मांग की है। एएनआई को दिए बयान में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “नवजोत सिंह सिद्धु को पाकिस्तान के आंतकवाद पर उनकी टिप्पणियों के लिए कांग्रेस पार्टी से निलंबित कर दिया जाना चाहिए। उनपर देश विरोधी बयान देने का मामला भी दर्ज किया जाना चाहिए।”
सिद्धु ने पुलवामा हमले के बाद कहा था कि “मुट्ठी भर लोगों के लिए, क्या आप पूरे देश को दोषी ठहरा सकते हैं और क्या आप किसी व्यक्ति को दोषी ठहरा सकते हैं? यह एक कायरतापूर्ण कार्य है और मैं इसकी दृढ़ता से निंदा करता हूं। हिंसा हमेशा निंदनीय है और जिन्होंने ऐसा किया उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।”
ज्ञात हो कि पंजाब के मंत्री पीएम इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पिछले साल अगस्त में पाकिस्तान के दौरे पर गए थे।