Wed. Nov 6th, 2024
    धोनी कोहली

    भारत और न्यूज़ीलैण्ड के बीच खेली गयी द्विपक्षीय श्रृंखला का अंतिम टी-20 मैच भारतीय टीम के नाम रहा। भारतीय टीम ने कीवियों को रोमांचक मैच में 6 रन से मात दी। मैच के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय कप्तान ने न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ हुई सीरीज पर उठे हर सवाल का जवाब दिया। और धोनी के आलोचकों को खरी खोटी सुनाते हुए उन्होंने धोनी का बचाव और टीम में उनकी महत्वपूर्णता को समझाया।

    जैसा कि हम और आप सब जानते है कि आज के समय में भारतीय फैंस को सिर्फ दो विषय पर जिक्र ही करना पसंद है विराट कोहली का सैकड़ा और धोनी का संन्यास। और यह हाल सिर्फ फैंस का ही नहीं बल्कि भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों का भी सुझाव है कि अब धोनी को संन्यास ले लेना चाहिए। इन सब बातों का जवाब देते हुए विराट कोहली ने कहा कि “‘मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि क्यों लोग धोनी पर सवाल क्यों करते हैं, अगर मैं बतौर बल्लेबाज तीन पारियों में लगातार अच्छा नहीं करता हूं तो मेरी तरफ कोई उंगली क्यों नहीं उठाता, इसलिए क्योंकि मेरी उम्र 35 साल से ज्यादा नहीं हैं, हार्दिक पांड्या भी पिछली पारियों में नहीं चला है, उसे भी किसी ने कुछ नहीं कहा, फिर धोनी क्यों?”।

    उन्होंने आगे धोनी बचाव करते हुए कहा कि ”हमें इस बात को भी ध्यान में रखना चाहिए कि जब धोनी बल्लेबाजी करने आते हैं, उस वक्त टीम को साढ़े आठ या साढ़े नौ की औसत से रन बनाने होते हैं, उस वक्त विकेट भी धीमा हो चुका होता है, ऐसे में गेंद आसानी से बल्ले पर भी नहीं आती। जो ऊपरी क्रम के बल्लेबाज उस वक्त खेल रहे होते हैं, उनके लिए गेंद को बल्ले पर लेना आसान होता है लेकिन एक नए बल्लेबाज के लिए नहीं। हमें उनके बारे में कोई राय बनाने से पहले इन सभी बातों के बारे में भी जान लेना चाहिए”।

    भारतीय कप्तान कि यह सब बातें सुनके तो अब यही लगता है कि लोग धोनी के साथ रहे या न रहे लेकिन कप्तान और पूरी भारतीय टीम धोनी के साथ खड़ी है। और वैसे भी जिस खिलाड़ी ने भारतीय टीम को फर्श से अर्श तक ला खड़ा किया हो उसकी अब इस तरह आलोचना करना कितना सही है यह तो आलोचना करने वाले ही जाने। वैसे आपको बता दें एम.एस धोनी वो खिलाड़ी है जिसने अपने खेल, कप्तानी और बल्लेबाज़ी के दम पर क्रिकेट की परिभाषा बदलते हुए खेल कि किताब में अपना एक अलग ही अध्याय लिख दिया है।