विश्व के अधिकतर देशों ने पुलवामा हमले की निंदा की है और आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए भारत का समर्थन करने का वादा किया है। जैश-ए-मोहम्मद द्वारा अंजाम दिए इस हमले में सीआरपीएफ के 44 सैनिक शहीद हो और कई सैनिक बुरी तरह जख्मी है। इस आत्मघाती हमले को 22 वर्षीय एक युवा ने अंजाम दिया था जिसने अपने वाहन को सीआरपीएफ की बस से टक्कर मार दी थी।
अमेरिका
व्हाइट हाउस की सचिव सारा सांडर्स ने कहा कि “अमेरिका इस घृणित हमले की कड़ी निंदा करता है। हम पीड़ित, शहीदों व उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। पाकिस्तान को अमेरिका चेतावनी देता है कि अपनी सरजमीं से संचालित आतंकी समूहों को समर्थन और सुरक्षित पनाह देना बंद करें, जिनका मकसद क्षेत्र में अराजकता, हिंसा और आतंक फैलाना होता है। यह हमला भारत और अमेरिका की आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को अधिक मज़बूत कर देगा। आतंकवाद का सफाया करने में अमेरिका हमेशा भारत के साथ है।”
अमेरिकी राज्य विभाग प्रवक्ता ने कहा कि “पाकिस्तान ने साल 2002 में जैश ए मोहम्मद को गैरकानूनी घोषित कर दिया था। हालाँकि यह समूह अभी भी पाकिस्तान से संचालन कर रहा है। अमेरिका ने दिसंबर 2001 में जेईएम को आतंकी समूह घोषित कर दिया था। हम भविष्य में इस आतंकी समूह के हमलों से रक्षा करने में पूरा सहयोग करेंगे।” अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करना चाहिए और यूएन सुरक्षा परिषद में आतंकितयों को सुरक्षित पनाह और समर्थन न देने का संकल्प लेना चाहिए।
जर्मनी
जर्मनी विदेश विभाग ने कहा कि “जम्मू कश्मीर राज्य में पुलिस के काफिले पर हमला भयावह है। इसमें 40 सैनिकों की शहादत की खबर है। हम आतंकवाद की सभी शैलियों की निंदा करता है। जर्मनी अपनी रणनीतिक साझेदार भारत के साथ है।
रूस
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने बभारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को संवेदना का सन्देश भेजा है।रूस ने कहा कि “ऐसे अमानवीय कृत्यों को एक निर्णायक और सामूहिक तरीके से खत्म करने की जरुरत है, इसमें कोई दो विचारधारा नहीं होनी चाहिए।” रुसी राजदूत ने कहा कि बिना किसी दोहरे चरित्र को दर्शाते हुए ऐसे अमानवीय कृत्यों को रोकने की जरुरत है।
चीन
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने पत्रकारों से कहा कि “चीन ने फियादीन हमले की रिपोर्ट को देखा है। हम इस हमले से गहरे सदमे में हैं। उन्होंने ने कहा कि “हमारी शहीद और जख्मी सैनिकों के परिवारों के साथ सहनुभूति और संवेदना है। हम सभी तरीके के आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हैं। उम्मीद है कि क्षेत्रीय देश आतंकी खतरे से निपटने के लिए एकजुट सहयोग करेंगे और क्षेत्रीय शान्ति और स्थिरता के लिए एकसाथ आएंगे।”
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया ने कश्मीर में हुए इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिवार के साथ हमारी संवेदना है। हमारे विचार भारतीय प्रधानमंत्री और भारतीय जनता के साथ है। ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि “जम्मू कश्मीर में भयनाक विस्फोट की हम निन्दा करते हैं। हमारी सहानुभूति जख्मी और शहीदों के साथ है। आतंकवाद से लड़ने में हम भारत के साथ खड़े हैं।”
यूरोपीय संघ
प्रवक्ता ने कहा कि “जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आज एक बार फिर भारत आतंकवाद का पीड़ित बना है। इस हमले में भारत के 40 जवान शहीद हुए हैं। आतंकवाद को कोई परिभाषा नहीं होती है। हम पीड़ितों के परिवार के प्रति दुख व संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के जल्द ठीक होने की दुआ करते हैं। भारत के रणनीतिक साझेदार होने के नाते हम इस मुश्किल वक्त में भारत के साथ है। हम आतंकवाद से लड़ने में भारत के साथ है।”
ब्रिटेन
भारतीय अधिकृत कश्मीर में आज का बर्बर और असंवेदनशील आतंक का कृत्य सुनकर हैरान हैं। पीड़ितों के परिवार के प्रति हम संवेदना व्यक्त करते हैं। हम भारत के साथ खड़े है।
संयुक्त राष्ट्र
जम्मू कश्मीर में हुआ आतंकी हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं। हम भारत सरकार और इस हमले में शहीद हुए सैनिकों के परिवारों सहानुभूति व्यक्त करते हैं। इस हमले को अंजाम देने वालों को न्यायिक प्रक्रिया का सामना करने का आग्रह करते हैं। जख्मी लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
इजराइल
इजराइल के प्रधानमंत्री ने कहा कि “मेरे प्रिय दोस्त नरेंद्र मोदी हम आपके, सुरक्षा बलो और भारतीय जनता के साथ खड़े हैं। हम पीड़ित परिवारों की प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।
जापान
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि “कल जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले की हम कड़ाई से निंदा करते हैं। जापान की सरकार और जनता की तरफ से हम इस हमले में शहीद हुए सैनिकों और उनके बहादुर परिवारों के परतो संवेदना व्यक्त करते हैं। जख्मियों के साथ हमारी सहानुभूति है। इस चुनौतीपूर्त से उभरने के लिए हम तहे दिल से भारत के साथ है। ऐसे आतंकी कृत्य को किसी भी कारण परिभषित नहीं किया जा सकता है।”