अगर आप की भी कोई पुत्री है और बेटी की आयु 10 साल या इससे कम है, तो आप को उसकी शिक्षा को लेकर चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। आप जैसे पिता को बेटी की शादी के लिए फिक्र करने की भी कोई जरूरत नहीं रह गई है क्यों कि केंद्र सरकार की इस योजना के तहत बेटी की शादी के समय भी आप अकाउंट में जमा निर्धारित रकम निकाल सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना की विशेषताएं:
- बेटी की उम्र एक साल से दस साल के बीच होनी चाहिए
- किसी भी डाकघर अथवा आॅथराइज्ड बैंकों में खुलवा सकते हैं खाता
- बेटी के 21 साल की उम्र पूरी होने पर मैच्योर होगा अकाउंट
- खाते में जमा धनराशि पर 80 सी के तहत टैक्स में छूट
- प्रति वर्ष एक हजार रूपए से लेकर डेढ़ लाख रूपए की धनराशि जमा कर सकते हैं
- अकाउंट में जमा की गई धनराशि पर 8.5 फीसदी का सालाना ब्याज
- 15 साल से 21 साल के बीच बिना निवेश किए ही मिलता रहेगा ब्याज
यदि तीन बेटियां हैं और इनकी आयु दस साल से कम है तो आप किसी भी डाकघर अथवा आॅथराइज्ड बैंकों में जाकर अकाउंट खुलवा सकते हैं। जैसे ही आपकी बेटी 21 साल की हो जाएगी, यह खाता अपने आप मैच्योर हो जाएगा। सबसे बड़ी बात कि आप इस खाते में जितनी भी धनराशि निवेश करेंगे उस पर 80 सी के तहत टैक्स में छूट प्रदान की जाएगी। खाते में जमा डेढ़ लाख रूपए तक की धनराशि पर टैक्स में छूट का प्रावधान है।
सुकन्या समृद्धि अकाउंट खुलवाने का तरीका:
अगर आप तीन बेटियों के पिता हैं तो भी सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अकाउंट खुलवा सकते हैं। तीन बेटियों की स्थिति में दो बेटियों का जुड़वा होना अनिवार्य है। अन्यथा दो बेटियों के पिता आसानी से खाता खुलवा सकते हैं। हां, बेटी की उम्र दस वर्ष या फिर उससे कम होनी चाहिए ना कि ज्यादा।
अकाउंट पर मिलने वाला ब्याज और धनराशि:
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत आप वित्तीय वर्ष में बेटी के अकाउंट में कम से कम एक हजार रुपए तथा अधिक से अधिक डेढ़ लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं। यदि वित्तीय साल में एक हजार रुपए जमा नहीं करवाते हैं तो अकाउंट बंद कर दिया जाएगा। अकाउंट रिओपन कराने पर प्रति वर्ष आपको अलग से 50 रुपए जमा करने होंगे। अकाउंट में जमा की गई धनराशि पर आपको 8.5 फीसदी का सालाना ब्याज मिलेगा। इस योजना की जो खास बात है वो ये है कि यदि आप की बेटी एक साल की है तो आपको मात्र 14 साल तक ही खाते में निवेश करना होगा। इसके बाद 15 साल से 21 साल के बीच बिना निवेश किए ही आपको ब्याज मिलता रहेगा।
खाते में जमा धनराशि का ऐसे उठाएं फायदा:
बेटी के 14 साल के होने तक यदि आप हर साल डेढ़ लाख खाते में निवेश करते हैं तो 15वें साल में आपके बेटी के खाते में 40 लाख रूपए की धनराशि एकत्र हो जाएगी। अगर आप खाते में जमा धनराशि का 100 फीसदी हिस्सा निकाल सकते हैं लेकिन शर्त ये होनी चाहिए कि आपकी बेटी 18 साल की हो और उसकी शादी करने जा रहे हों। लेकिन अगर आप बेटी के 21 साल की होने तक 40 लाख रूपए नहीं निकालते हैं, ऐसी स्थिति में आपकी बेटी के नाम 64.8 लाख रूपए मिलेंगे। आप को बता दें कि यह खाता बेटी के 21 साल के होने पर ही मैच्योर होता है। खास बात यह कि इस बड़ी धनराशि पर आपको कोई ब्याज नहीं देना होगा।