हिमाचल प्रदेश चुनाव में राजनीतिक प्रचार-प्रसार का कल आखिरी दिन था। हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कुल 68 सीटों पर 9 नवम्बर को चुनाव होने हैं। इस चुनाव के प्रचार में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के मुकाबले अधिक रैलियां की है। भारतीय जनता पार्टी ने हिमाचल प्रदेश में 197 जनसभाएं की हैं, वहीं कांग्रेस ने 65 जनसभाएं की हैं।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का चुनावी प्रचार मुख्यमंत्री उम्मीदवार वीरभद्र सिंह और राहुल गाँधी के सहारे था। जबकि भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह समेत कई बड़े नेताओं को चुनावी प्रचार-प्रसार में उतारा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के पांच जिलों में कुल सात रैलियां की थी। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, आठ केंद्रीय मंत्रियों के साथ हिमाचल प्रदेश केअलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में वोट मांगने पहुंचे थे।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी, नितिन गडकरी, प्रकाश जावेड़कर, राधा मोहन सिंह, थावरचंद गहलोत, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री टीएस रावत, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर समेत कई नेता इस चुनाव में प्रचार-प्रसार के लिए उतरे थे।
जहां एक ओर भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल ने अकेले 38 चुनावीं सभाएं की। उधर कांग्रेस पार्टी की तरफ से कुल 65 जनसभाएं आयोजित की गई थी। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी द्वारा की हुई तीन तूफानी रैलियां भी इसमें सम्मिलित है। वहीं हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अकेले 49 जनसभाओं को सम्बोधित किया हैं।
कांग्रेस की ओर से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी, मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, कांग्रेस नेता और एक्टर राज बब्बर हिमाचल प्रदेश के चुनावी प्रचार के लिए पहुंचे थे। वहीं सचिन पायलट, रणदीप सिंह सुरजेवाला और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।