इस वक्त देश की सीमाओं का सबसे बड़ा दुश्मन चीन है। कल ही आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नर्वणे ने कहा था कि चीन से विवाद का शांतिपूर्ण समाधान ही निकाला जाएगा। परंतु यदि चीन फिर भी बाज नहीं आता तो हमारी सेना किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए तैयार है। वहीं आज रक्षा मंत्री ने एक बड़ी घोषणा की है। केंद्र सरकार ने फैसला लिया है कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड(HAL) 83 तेजस फाइटर जेट खरीदे जाएंगे। रक्षा मंत्री ने यह सूचना अपने सोशल मीडिया अकाउंट के द्वारा दी। केंद्र ने इस डील को मंजूरी दे दी है। राजनाथ सिंह ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह डील देश के लिए गेम चेंजर साबित होगी।
इससे डिफेंस सेक्टर को काफी ताकत मिलेगी। ये जेट नासिक व बेंगलुरु में तैयार किए जाने वाले हैं। इस में प्रयोग होने वाला 60% हिस्सा भारतीय होगा। इसको नई व आधुनिक तकनीकों से लैस किया जाने वाला है। एयर फोर्स के लिए तेजस का मिलना बहुत बड़ी खुशखबरी मानी जा रही है। इससे देश की वायु सेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी।
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इन विमानों की खरीद को मंजूरी मिली है। इन विमानों में 73 हल्के लड़ाकू विमान तथा 10 तेजस MK1A विमानों की खरीद को मंजूर किया गया है। इनकी लागत करीब 48,000 करोड रुपए होने वाली है। यह विमान अत्याधुनिक उपकरणों व तकनीकी से लैस होने वाले हैं। चीन और पाकिस्तान की तरफ से आए दिन कुछ न कुछ गतिविधियां होती रहती हैं। ऐसे में अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाना इस वक्त की बड़ी जरूरत है। इन विमानों के भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल होने के बाद हमारी सामरिक शक्ति कई गुना बढ़ जाऐगी। तेजस हवा व जमीन दोनों पर मिसाइलें दागने में पूरी तरह सक्षम है। ये सबसे हल्के पर सबसे बेहतरीन विमानों में से एक है।