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    क्या होगी हिंदी भाषा कक्षा 8 तक अनिवार्य? प्रकाश जावड़ेकर ने दिया जवाब

    केंद्रीय चुनावों से पहले, मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने शिक्षकों के लिए वेतन और विशेष वेतन में संशोधन के लिए एक आदेश जारी किया है। केंद्रीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में शिक्षकों, रजिस्ट्रार, वित्त अधिकारियों और परीक्षा नियंत्रक के लिए 7 वें वेतन आयोग के अनुसार अब अतिरिक्त भत्ते को अपडेट किया जाएगा।

    वेतन में इतना होगा संशोधन:

    मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा की आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होता है। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के अनुसार, कुलपति, प्रो-वाइस-चांसलर, पीजी कॉलेज में प्रिंसिपल और अंडर ग्रेजुएट कॉलेजों में प्रिंसिपल के लिए संशोधित विशेष भत्ता क्रमशः 11,250 रुपये, 9000 रुपये, 6750 रुपये और 4500 रुपये होगा।

    30000 शिक्षक होंगे लाभान्वित :

    हाल ही में वेतन विशेष भत्ते मिएँ किये गए संशोधन से लग्बह्ग 30000 शिक्षकों के लाभान्वित होने का अनुमान है। यह जानकारी मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने ट्वीट करके दी।

    रिटायर्ड अध्यापक बन सकते हैं गेस्ट फैकल्टी :

    इसके अलावा मंत्रालय ने यह भी घोषणा की की यदि यूनिवर्सिटीज चाहें तो रिटायर्ड अध्यापकों को गेस्ट फैकल्टी बना सकती है लेकिन उनका अधिकतम वेतन 50000 प्रति महिना रखा जाएगा।

    केंद्रीय सरकारी कर्मचारियोंको भी मिलेगा लाभ :

    7 वें वेतन आयोग पर कुछ खुशखबरी का इंतजार कर रहे केंद्र सरकार के कर्मचारी भी इस घटनाक्रम को करीबी से देख रहे हैं एवं वे भी अपने मूल न्यूनतम वेतन में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं। हालांकि इस पहलू पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है लेकिन आशा की जा रही है की मफल्ड ही सरकार इसके संबंध में भी सुचना जारी करेगी।

    रेलवे कर्मचारियों का भी बढ़ा वेतन :

    सातवें वेतन आयोग के अंतर्गत ही चालु भत्ते में बढ़ोतरी किये जाने से रेलवे गार्ड, लोको पायलट और सहायक लोको पायलटों के वेतन में लगभग 200 फीसदी की बढ़ोतरी हो जायेगी।

    अभी तक इन कर्मचारियों को वेतन भत्ते के रूप में हर 100 किलोमीटर पर 255 रूपए की राशी मिल रही थी। वेतन आयोग द्वारा संशोधित किये जाने के बाद यह 520 कर दी गयी है। हालांकि इस प्रस्ताव को अभी वित्त मंत्रालय से मंजूरी मिलना बाकी है। अतः यह तभी लागू हो पायेगा जब वित्त मंत्रालय इसको मंजूरी देगा।

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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