अरुण जेटली ने एक बयान में यह बताया है कि जीएसटी के लागू होने से भारतीय अर्थव्यवस्था को दो तिमाहियों में नुकसान हुआ था। लेकिन समय के साथ अर्थव्यवस्था फिर से सही हो गयी है जिससे जीडीपी के जरिए देखा जा सकता है।
वित्त मंत्री जेटली ने यह बात विपक्ष और पूर्व आरबीआई गवर्नर पर तंज कसते हुए कही जो जीएसटी को नाकाम बताते हैं और जीडीपी की वृद्धि पर सवाल खडे करते हैं।
कुछ समय पहले पूर्व आरबीआई गर्वनर रघुराम राजन ने कहा था कि भारत में जीएसटी के आने की वजह से अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ था और देश की वृद्धि भी कुछ समय के लिए रूक गई थी। यह बात पूर्व गवर्नर ने यूनियन बैंक की 100वीं वर्षगांठ पर कही।
वित्त मंत्री जेटली का मानना है कि जीएसटी लागू होने के बाद भारत की वृद्धि 7 प्रतिशत हुई है और यह 8 के पार पहुंच गई थी।
साथ ही उन्होनें बताया कि जीडीपी 2012 से लेकर 2014 में 5 से 6 प्रतिशत थी लेकिन अब यह पहले से ज्यादा है। वहीं वह मानते हैं कि आज़ादी के बाद यह भारत में सबसे बड़ा टैक्स रिफोर्म था जो 1 जुलाई 2017 को लागू हुआ।
भारत की आर्थिक व्यवस्था को ठीक करने के लिए एनपीए कम करना होगा जिससे बाजार में पैसा बढ़े और बैंकिंग सेक्टर को ताकत मिले। बैंको की व्यवस्था ठीक होने के बाद बाजार में पैसा आएगा और भारत समृद्धि के रास्ते पर चलेगा।