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    मुकेश अंबानी

    रिलायंस इंडस्ट्रीज के चीफ मुकेश अंबानी ने कहा कि अगले सात सालों में भारत की जीडीपी दोगुनी होकर 5 खरब डॉलर तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा 2030 तक 10 खरब डॉलर के साथ मील का पत्थर बन सकता है, इस शताब्दी के भीतर अमेरिका और चीन को पछाड़ते हुए भारत दुनिया का सबसे समृद्ध राष्ट्र बन सकता है।

    मुकेश अंबानी ने कहा कि 21वीं सदी के मध्य तक भारत की विकास दर चीन से ज्यादा देखने को मिलेगी। यही नहीं भारत लोकतंत्र, सुशासन के तहत पूरी दुनिया में विकास का एक बेहतरीन मॉडल प्रस्तुत करेगा।

    अंबानी ने अपने भाषण के दौरान कहा कि उन्होंने साल 2004 में यह घोषणा की थी, कि साल 2024 तक भारत की अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन की हो जायेगी। उन्होंने कहा कि भारत इस आंकड़े को 2024 से काफी पहले पार कर लेगा। अंबानी ने कहा कि अब वे भविष्यवाणी करना चाहते हैं कि इस सदी के मध्य तक भारत की विकास की तेजी चीन से आगे होगी और भारत को पुरे विश्व में जाना जाएगा।

    एचटी लीडरशिप शिखर सम्मेलन में बोलते हुए अंबानी ने कहा कि पहली औद्योगिक क्रांति के दौरान कोयला और भाप की शक्ति यांत्रिक शक्ति के गवाह बने, इसके बाद दूसरे दौर में बड़े पैमाने पर उत्पादन और वितरण के लिए बिजली और तेल का इस्तेमाल किया गया। इसके बाद के जनरेशन ने उत्पादकता और आॅटोमेशन के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी को बढ़ावा दिया।

    अंबानी ने कहा, आधार कार्ड भारत सबसे परिष्किृत बॉयोमीट्रिक आईडी प्रणाली है। उन्होंने कहा कि एक रॉकेट से 104 उपग्रहों को लांच कर इंडिया ने अपना कौशल पूरे विश्व के सामने प्रस्तुत किया। उन्होंने आगे कहा, आज से पांच पहले जब सभी देश के कारोबारी भारत से बाहर निवेश कर रहे थे, उस दौरान रिलायंस ने भारत में 60 अरब डॉलर का निवेश किया।

    अंबानी के मुताबिक रिलायंस जियो ने मोबाइल फोन पर मुफ्त कॉल और सस्ते डेटा देकर समय से पहले मुनाफा कमा लिया है। उन्होंने कहा कि जियो के परिणाम अब हर तिमाही में दखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि वित्तीय सेवाओं, वाणिज्य, विनिर्माण, कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं डिजिटल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर देश की अर्थव्यवस्था में और ज्यादा उछाल लाया जा सकता है।

    इस दौरान अंबानी ने रिलायंस जिओ का हवाला देते हुए कहा कि जिओ में यह क्षमता है कि वह देश के हर नागरिक को इंटरनेट से जोड़ सके। उन्होंने कहा कि इंटरनेट की मदद से सभी लोगों तक शिक्षा पहुंचाई जा सकती है।

    ऐसे में यह कहा जा सकता है कि आने वाले समय में अंबानी की कंपनी रिलायंस जिओ शिक्षा और कृषि के क्षेत्र में भी आ सकती है।