Sat. Nov 23rd, 2024

    केंद्र सरकार का मानना है कि देश में मधुमेह इतनी तेजी से फैल रहा है कि आने वाले पांच वर्षो में मुधमेह रोगियों की संख्या में 266 प्रतिशत बढ़ सकती है। आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीपद येसो नाईक ने शुक्रवार को लोकसभा मे मधुमेह पर पूछे गए एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा, “भारत में वर्ष 2025 तक मधुमेह रोगियों की तादाद 6.99 करोड़ तक पहुंच सकती है।”

    सरकार जहां विभिन्न अवसरों पर मधुमेह से बचाव के अभियान चला रही है, वहीं अब इसके उपचार के लिए हर्बल दवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। काउंसिल ऑफ सांइटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च यानी सीएसआईआर की मदद से हर्बल दवाओं की खोज की गई है।

    केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, लखनऊ स्थित भारत सरकार के शोध संगठन ने मुधमेह की हर्बल दवाएं बनाई हैं। ये हर्बल दवा वैज्ञानिक तौर पर भी मान्य व पुष्ट हैं। फिलहाल एमिल फार्मा मधुमेह की इन दवाओं का उत्पादन कर रही है।

    आयुष मंत्रालय के अनुसार, मधुमेह रोगियों की संख्या में जिस तेजी से वृद्धि हो रही है व काफी खतरनाक है। दुनिया के कम ही देश ऐसे हैं जहा 2025 तक इसके रोगियों में लगभग 266 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जाएगी। ऐसे में आयुष मंत्रालय योग व आयुर्वेद दोनों के एक साथ इस्तेमाल से इस बढ़ती चुनौती को काबू करना चाहता है। इसी के तहत स्वास्थ्य मंत्रालय व आयुष ने गुजरात, बिहार व राजस्थान के कुछ जिलों में मिलकर काम करने की योजना बनाई।

    योजना में मिली प्रारंभिक सफलता के बाद अब बिहार, गुजरात व राजस्थान में 52 स्थानों पर मधुमेह व दिल की बीमारियों से निपटने के लिए आयुर्वेद व योग की मदद ली जा रही है।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *