चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को लेकर नई सुगबुगाहट सामने आ रही है। साल 2014 में पीएम नरेन्द्र मोदी व बीजेपी के चुनाव प्रचार का जिम्मा संभालने वाले प्रशांत किशोर आगामी लोकसभा चुनावों में भी मोदी टीम का हिस्सा बन सकते है।
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रशांत किशोर “व्यक्तिगत रूप से” पिछले छह महीनों तक संपर्क में रहे है। एक बार फिर से प्रशांत किशोर बीजेपी के चुनावी अभियान को संभाल सकते है। भाजपा के गुजरात 2012 के अभियान और लोकसभा 2014 के चुनाव के दौरान मोदी के साथ मिलकर काम करने के बाद प्रशांत किशोर व बीजेपी के बीच में मतभेद हो गए थे।
इसके बाद प्रशांत किशोर ने बिहार में महागठबंधन के लिए चुनावी अभियान की जिम्मेदारी निभाई। पंजाब में भी कांग्रेस को जीत दिलवाई। साथ ही यूपी में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करवाकर मिला जुला असर कांग्रेस पार्टी को दिलवाया। प्रशांत किशोर अब तक कई राज्यों व पार्टियों के चुनाव अभियानों की रणनीति संभाल चुके है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सार्वजनिक रूप से सफल पंजाब अभियान में उनकी भूमिका को सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है। नीतीश कुमार को भी राजद के साथ गठबंधन की सलाह प्रशांत किशोर ने ही दी थी।
पिछले 6 महीनों की बात की जाए तो प्रशांत किशोर व नरेन्द्र मोदी के बीच में बैठकें हुई है। किशोर व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बीच भी मुलाकात हुई। रिपोर्टों ने संकेत दिया था कि 2014 के अभियान के बाद शाह के साथ मतभेदों के कारण प्रशांत ने बीजेपी से किनारा कर लिया था।
अभी तक यह पूरी तरह निश्चित नहीं हुआ है कि प्रशांत किशोर आगामी चुनावों में बीजेपी टीम का हिस्सा बनेंगे, हालांकि इसकी संभावना जताई जा रही है। पिछले कुछ सालों में बहुत कुछ बदला पहले वाले मोदी अब वह मोदी नहीं रहे जिनके लिए प्रशांत किशोर साल 2012 में काम किया करते थे।
अब वह प्रधानमंत्री बन चुके है और देश के सबसे बड़े नेता माने जाते है। प्रशांत किशोर ने अपनी रणनीति से कई बार सफलता हासिल की है।
पीएम मोदी अच्छी तरह से जानते है कि अगर आगामी लोकसभा चुनावों में प्रशांत किशोर को उनके चुनावी अभियान की जिम्मेदारी दी जाती है तो बीजेपी सत्ता में बनी रह सकती है। क्योंकि इस समय कई मुद्दों पर बीजेपी को आम जनता का भारी समर्थन मिला हुआ है।
प्रशांत किशोर राजनीतिक रणनीति, मैक्रो और सूक्ष्म अभियान की घटनाओं, संचार, संदेश और भाषणों पर काम करते है, साथ ही टिकट वितरण पर भी निगाहें बनाए रखते है। समर्थन प्राप्त करने के लिए प्रशांत किशोर मोदी ब्रांड का इस्तेमाल करेंगे।